Bihar crime: बिहार में मुख्य उपचुनाव 25 मई को होना है। इसके तहत कई मुंगेर पंचायतों के लिए भी चुनाव की योजना है। इसी बीच चुनाव से ठीक पहले एक प्रमुख दावेदार की जहर देकर हत्या कर दी गई। मुंगेर जिले के लड़ैयांतांड़ थाना क्षेत्र के गौरैया गांव के 60 वर्षीय जलेश्वर कोड़ा की हत्या की पुष्टि की गई है। मृतक धरहरा प्रखंड के अजीमगंज पंचायत का प्रमुख प्रत्याशी था।
जहर देकर मौत के घाट उतारा
खबरों के मुताबिक, घटना के समय जलेश्वर कोड सुबह अपने स्नानघर में थे। इस बीच, किसी ने उन्हें बुलाया और उन्हें जंगल में ले गए। जहां उन लोगों ने उसे जहर पिला दिया और फिर मरने के लिए छोड़ दिया। वहीं जंगल से बदहवास अवस्था में गिरते-पड़ते जब जलेश्वर कोड़ा गांव में अपने बथान पहुंचा तो वहां कुछ ग्रामीणों ने उन्हें देखा कि उसके मुंह से झाग निकल रहा है और वो गिर पड़े है। इसके बाद ग्रामीणों ने परिवार को सूचना दी। परिजन और नगरवासी पीड़ित को स्थानीय अस्पताल ले गए और पुलिस को सूचना दी। जलेश्वर कोड़ा को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पहले भी धमकी का शिकार बन चुके है मुखिया
जालेश्वर कोड़ा ने अजीमगंज पंचायत के प्रमुख के रूप में भी काम किया है, पहले 2001 में मुखिया के रूप में और बाद में पंचायत के सरपंच के रूप में। वहीं, 2022 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मुखिया पद के दावेदार थे। तब नक्सलियों ने पर्चा साटकर नाम वापस लेने की धमकी दी थी। इसके बाद जलेश्वर कोड़ा ने मुखिया के पद के लिए अपना नाम वापस ले लिया। साथ ही नक्सलियों ने मौजूदा नेता को उनके घर से बुला लिया और रास्ते में ही उनकी बेरहमी से हत्या कर दी। उसके बाद फिर से अजीमगंज पंचायत में मुखिया का उपचुनाव कराने का निर्णय लिया।
आपको बता दे कि, जलेश्वर कोड़ा इस उपचुनाव में खुद को मुख्य दावेदार के तौर पर पेश कर रहे थे। उधर, मृतक के पुत्र प्रमोद कोड़ा ने बताया कि उसके पिता को सुबह बुलाकर जंगल में ले जाया गया जहाँ उन्हें खाने में जहर मिलाकर दिया गया। फिलहाल पुलिस ने मुखिया के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले को लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है।