Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। हाल ही में इमरान को अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके चलते पाकिस्तानी आवाम ने वहां की पुलिस और आर्मी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आगजनी कि थी और इमरान को छोड़ने के नारे लगाते नजर आ रहे थे। वहीं देश में लगभग 50 घंटे तक चले सियासी बवाल के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया, लेकिन इस फैसले के बाद अब चीफ जस्टिस बंदियाल सरकार के निशाने पर आ गए और उन पर इमरान की तरफदारी करने का आरोप लग रहा हैं।
इमरान ने कोर्ट में मांगी माफी
इमरान ने कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी के बाद हुए विरोध प्रदर्शन के लिए सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी है। उन्होंने कहा, “मुझे माफ कर दीजिए, मुझे किसी भी चीज की जानकारी नहीं थी, क्योंकि मुझे गिरफ्तार कर रखा था।” वहीं, अदालत ने कहा कि इमरान को पुलिस लाइंस गेस्ट हाउस में रखा जाएगा, लेकिन कैदी नहीं माना जाएगा। इसके साथ ही इस्लामाबाद पुलिस प्रमुख को पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है। इमरान ने आगे कहा कि, “हम देश में सिर्फ चुनाव चाहते हैं।” साथ ही उन्होंने कहा कि एक दिन पहले उन्हें उनके वकीलों ने कहा था कि “देश में अराजकता है और हम देश में अराजकता नहीं चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि लोगों ने न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें डंडों से मारा गया”।
मुझे आतंकवादी की तरह रखा गया- इमरान खान
इमरन ने आगे कहा कि, “इस तरह का व्यवहार तो हत्यारों के साथ भी नहीं किया जाता है। मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि देश में क्या हो रहा है। मुझे तो एक आतंकवादी की तरह पकड़ा गया।” उन्होंने कहा, “मैं इस प्रोटेस्ट के लिए कैसे जिम्मेदार हूं?” आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आज यानी 12 मई को एक बार फिर पेशी के लिए बुलाया गया है।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आज यानी 12 मई को एक बार फिर पेशी के लिए बुलाया गया है। इस मामले में ताजा अपडेट ये है कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान खान को बड़ी राहत देते हुए तोशखाना मामले में उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी है।