पंजाब का अमृतसर पिछले पांच दिनों में तीन ब्लास्ट से दहल गया। बीती रात करीब एक बजे स्वर्ण मंदिर के लंगर हॉल में धमाका हुआ। ब्लास्ट की आवाज सुनते ही वहां हड़कंप मच गया। तुरंत ही पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद पुलिस वहां पहुंची और इलाके को सील कर जांच पड़ताल में जुट गई।
ये था मकसद
पुलिस ने तलाशी के बाद लंगर हॉल के पास की श्री गुरु रामदास सराय से एक कपल समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।सराय की CCTV फुटेज से दो संदिग्धों की पहचान की गई थी। इनको बरामदे में आते-जाते देखा जा सकता है। फोटो भी सामने आई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों धमाका करने के बाद सराय के बरामदे में जाकर सो गए थे। ऐसा कहा जा रहा है कि इन्होंने बम छत या खिड़की से फेंका था। पुलिस के अनुसार बम बनाने वाले नौसिखिए थे। उनका मकसद स्वर्ण मंदिर के आसपास धमाके करके पंजाब में अशांति का माहौल पैदा करने था।
कुछ दिनों के अंदर एक के बाद एक हुए इन तीन धमाकों से अमृतसर में दहशत का माहौल है। हालांकि पुलिस का कहना है कि उसने अमृतसर में हुए धमाकों की गुत्थी को सुलझा लिया है। डीजीपी गौरव यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हमने पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इनकी पहचान आजादवीर सिंह, अमरीक सिंह, साहिब सिंह, हरजीत सिंह और धर्मेंद्र सिंह के रूप में हुई है। इनमें से तीन विस्फोटकों की सोर्सिंग में शामिल थे। एक महिला से भी पूछताछ जारी है। डीजीपी के मुताबिक आजाद वीर और अमरीक ने IED स्थापित की थी। आजाद वीर के पास से एक किलो के करीब विस्फोटक मिला है। हिरासत में ली गई लड़की आतिशबाजी बनाने का काम करती है और उसके पास इसका लाइसेंस भी है। वहीं आरोपी साहिब सिंह अमृतसर में ही पटाखे बनाने का काम करता है। सभी आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड भी है।
पहले भी हो चुके हैं दो धमाके
स्वर्ण मंदिर के बाद पिछले पांच दिनों में हुआ ये तीसरा धमाका था। इससे पहले शनिवार को अमृतसर में में स्वर्ण मंदिर के पास ‘हेरिटेज स्ट्रीट’ पर एक बम धमाका किया गया था, जिसमें चार-पांच लोगों को चोटें भी आईं। इस धमाके से आसपास के घरों की खिड़कियां टूट गई थी। शनिवार को हुए धमाके के करीब 32 घंटे बाद सोमवार सुबह साढ़े 6 बजे यहां दूसरा धमाका हुआ था। वहीं अब बीते दिन भी एक ब्लास्ट हो गया।