Coal Miners Day 2023 : भारत में प्रत्येक दिन का अपना अलग महत्व होता है। हर दिन कोई न कोई पर्व, व्रत या दिवस मनाया जाता हैं। हर साल आज के दिन यानी 4 मई को कोयला खनिक दिवस (Coal Miners Day) मनाया जाता है। खासतौर पर कोयला खनिकों के प्रयासों को सम्मान देने के लिए ये दिवस मनाया जाता है। साथ ही इस दिन लोगों को खान सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है।
देश में कोयले के खनन का काम करना बहुत पुराना है, जिसमें ज्यादातर मजदूर शामिल होते हैं। इसलिए इसे (Coal Miners Day) एक श्रम प्रधान उद्योग भी कहा जाता हैं। इससे दुनियाभर के लाखों लोगों का रोजगार मिलता है। आपको बता दें कि कोयला एक कार्बन-रिच प्राइमरी जीवाश्म ईंधन होता है, जिससे बिजली, स्टील और सीमेंट का उत्पादन करने में सहायता मिलती है।
कोयला खनिक दिवस का इतिहास
आपको बता दें कि, देश में वर्ष 1774 से कोयला खनन (Coal Miners Day) उद्योग की शुरूआत हुई थी। लेकिन साल 2017 में भारत सरकार ने पहली बार इस दिन को राष्ट्रीय कोयला खनिक दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इसके बाद से हर साल 4 मई को कोयला खनिक दिवस मनाया जाता हैं। आज के दिन कोयला खनिकों की मेहनत, काम के प्रति उनका समर्पण को पहचानने और सम्मान देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता हैं।
गौरतलब है कि कोयला खनिक कड़ी मेहनत करके खतरनाक से खतरनाक परिस्थितियों में लंबे समय तक काम करते हैं। कई बार तो उन्हें पत्थरबाजी, बाढ़ और गैस विस्फोट का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन तमाम खतरों का सामना करने के बाद भी वह पृथ्वी से कोयला निकालते है।
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