Kanpur Crime News: साइबर फ्रॉड के मामले सामने आते रहते हैं। कानपुर में भी साइबर क्राइम के काफी मामले सामने आए हैं। हैरानी की बात है कि साइबर ठगों के निशाने पर अब पेंशनभोगी भी आ रहे हैं। दरअसल, ये लोग सरकारी वेबसाइट से रिटायर हो रहे लोगों का डाटा चुराते हैं और फिर उन्हें अपनी जाल में फंसाते है। वहीं जिन लोगों के पास पेंशन आती है उन्हें यह विश्वास दिलाकर धोखा दिया जाता है कि उनकी पेंशन समाप्त कर दी गई है। कानपुर में, हाल के वर्ष में साइबर धोखाधड़ी के कुल 5 लाख रुपये से अधिक के लगभग 5 मामले सामने आए हैं, जिसमें पेंशनरों को ठगा गया है।
साइबर अपराध चरम पर
जैसे-जैसे देश की आबादी डिजिटल युग की ओर पलायन कर रही है, साइबर अपराध की दर बढ़ रही है। साइबर जालसाजों ने अपराध को अंजाम देने के लिए नए तरीके खोज लिए है। ऐसा ही कुछ कानपुर में देखने को मिला है क्योंकि यहां के पेंशनभोगी अब साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं। आपको बता दे कि, पेंशनरों के नाम पुलिस की वेबसाइट पर देखे जा सकते हैं। जिसका इस्तेमाल साइबर अपराधी अपनी पेंशन खत्म करने या रिटायर होने वाले लोगों के नाम पर कर रहे हैं। पेंशन जारी करने की आड़ में उनके साथ फ्रॉड किया जाता है।
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साइबर ठगों से हो जाए सावधान
इसके साथ ही निवेश करने के इच्छुक व्यक्तियों के बीच साइबर धोखाधड़ी के कई उदाहरण सामने आ रहे हैं। साइबर ठग कम समय में अधिक लालच देकर झांसा देते हैं और आवेदन देकर एक-दो बार अधिक भुगतान दिखाकर ठगी करते हैं। निवेशक साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं क्योंकि वे कम समय में बड़े रिटर्न की संभावना से मोहित हो जाते हैं।