WFI sexual harassment case : महिला पहलवानों द्वारा जनवरी में धरना प्रदर्शन पर बैठने के तीन महीने बाद पहलवान जंतर मंतर लौट आए। WFI अध्यक्ष और संस्था के अन्य कोचों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। पहलवानों ने दावा किया कि उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए गए और आश्वासन के बावजूद उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं। इस बात से खफ़ा होकर महिला पहलवानों ने फिर से जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया हैं।
आपको बता दें कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालो को सुरक्षा दी जाएगी। दिल्ली पुलिस द्वारा नाबालिग को सुरक्षा दी है जो उन सात खिलाड़ियों में शामिल है जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बातचीत के दौरान कहा कि जिला पुलिस द्वारा नाबालिग लड़की को उचित संरक्षण दिया गया है और उसके मामले से संबंधित प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) उसके परिवार के सदस्यों को सौंपी जाएगी। वहीं दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार 28 अप्रैल को कहा कि उन्होंने दो FIRदर्ज की हैं, एक यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) की धाराओं के तहत और दूसरी भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा के तहत एक महिला की लज्जा भंग करने से संबंधित है। आरोप है कि बृजभूषण ने नहीं देश में बल्कि विदेशों में भी अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स के दौरान महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किया हैं. न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए गठित निगरानी समिति किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची, और समिति की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंप दी गई है।
इस मामले में कई लोगों ने आगे आकर महिला पहलवानों का साथ दिया हैं इसमें हरियाणा की कई खापों, महिला संगठनों और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने नई दिल्ली में जंतर मंतर पर पहलवानों के विरोध में शामिल होने की घोषणा की। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और खाप नेताओं से समर्थन मांगा फोगट खाप के प्रमुख बलवंत नंबरदार ने कहा कि हरियाणा की खाप बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचेंगी और पहलवानों के साथ रहेंगी।