माफिया डॉन अतीक अहमद पर शिकंजा कसते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रयागराज में छापेमारी की है। बुधवार सुबह 15 बिल्डरों और अतीक के करीबियों के घरों पर छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में अब तक 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की बेनामी संपत्ति ईडी के रडार पर है। अतीक के फाइनेंसर कहे जाने वाले खलीफा जफर के घर पर भी कार्रवाई चल रही है।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को ईडी ने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद से जुड़े 15 ठिकानों की तलाशी ली। अतीक के सहयोगियों के यहां छापेमारी के दौरान एजेंसियों को अहम सबूत मिले हैं। छापे के दौरान प्राप्त दस्तावेजों से कई शेल व्यवसायों की पहचान हुई। छापे के दौरान मिले कागजी कार्रवाई के मुताबिक, ये नकली कंपनियां हैं जिन्हें किसी और द्वारा नियंत्रित किया जाता है लेकिन इन पर पैसा अतीक अहमद के द्वारा लगाया गया है।
बुधवार 15 ठिकानों पर ईडी ने की छापेमारी
ईडी ने बुधवार सुबह सात बजे एक साथ सभी ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी अतीक से जुड़े उन लोगों की तलाश कर रही है जिन पर ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने के रैकेट में शामिल होने का आरोप है। ईडी ने ऐसे सभी लोगों की बेनामी संपत्तियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई है
इस गतिविधि में काफी मात्रा में नकदी, विदेशी मुद्रा, गहने, लक्जरी ऑटोमोबाइल और महत्वपूर्ण कागजात को बरामद किया गया है। इसके अलावा ED को 200 बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज और 100 से ज्यादा संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले। छापेमारी के दौरान 50 करोड़ से ज्यादा के नकद लेनदेन और 50 फर्जी कंपनियों का भी पता चला है। बिल्डरों की मदद से अतीक इन्हीं डमी कंपनियों के जरिए अपनी ब्लैक मनी को वाइट में बदलता था। कंपनियों के खातों से अलग-अलग अनजान खातों में लेनदेन का भी खुलासा हुआ है। आपको बता दे कि, ED के संयुक्त निदेशक जितेंद्र कुमार सिंह का भी प्रयागराज पहुंचना इस कार्रवाई की भयावहता को दर्शाता है। उन्हीं के निर्देशन में यह पूरी छापेमारी की जा रही है।