अब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने लोकतंत्र को लेकर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। दरअसल, सोनिया गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार में संपादकीय लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा गै। उन्होंने ये लेख ‘जबरन चुप कराना भारत की समस्याओं को हल नहीं कर सकता’ वाले शीर्षक के साथ लिखा है, जिसमें सोनिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान आज के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों की उपेक्षा करने या फिर उनसे ध्यान हटाने के लिए होते हैं।
सोनिया के सरकार पर बड़े आरोप
सोनिया ने इस लेख के माध्यम से मोदी सरकार पर आरोप लगाया की उनकी सरकार ने देश के लोकतंत्र के सभी तीन स्तंभों विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को व्यवस्थित रूप से खत्म किया है। इस दौरान उन्होंने संसद में हुई हाल की घटनाओं का भी जिक्र भी किया और कहा कि विपक्ष को बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, बजट, अडानी मामला और सामाजिक विभाजन जैसे मामलों को उठाने से रोका गया। सोनिया गांधी ने अपने लेख में लिखा कि सरकार को एक मजबूत विपक्ष से मुकाबला करने के लिए बेजोड़ उपायों का सहारा लेना पड़ रहा है।
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सोनिया गांधी ने अपने लेख में मोदी सरकार पर सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने की बात एक बार फिर दोहराई। उन्होंने कहा कि 95% राजनीतिक मामले सिर्फ विपक्षी नेताओं के खिलाफ दायर किए गए। ये लोग जब बीजेपी में शामिल हो गए, तो उनके खिलाफ केस चमत्कारिक रूप से गायब हो गए।
मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर घेरा
इस दौरान उन्होंने मीडिया की आजादी को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। सोनिया ने कहा कि मीडिया की आजादी तो काफी पहले ही सरकार की राजनीतिक धमकियों की भेंट चढ़ गई। BJP दोस्तों का इसमें आर्थिक दखल बढ़ना एक बड़ा कारण है। आज के समय में न्यूज चैनलों पर शाम की डिबेट सरकार से सवाल करने वालों को चुप कराने के लिए होती है।
अपने इस संपादकीय में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तमाम मुद्दों के लिए सरकार पर निशाना साधा। सोनिया ने कहा कि पीएम की सभी कोशिशों के बाद भी देश के लोग चुप नहीं कराए जा सकते और हम चुप होंगे भी नहीं। आने वाले कुछ महीनों में हमारे लोकतंत्र की कड़ी परीक्षा होनी है।