Maa Mahagauri Puja Vidhi : देशभर में नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा हैं। मंदिरों से लेकर बाजार में नवरात्रि की धूम देखने को मिल रही है। इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 मार्च से आरंभ हुआ है। आज यानी 29 मार्च को नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की उपासना की जाएगी। देवी महागौरी भगवान शिव के साथ उनकी अर्धांगिनी के रूप में सदैव विराजमान रहती हैं। उनकी शक्ति अमोघ और हमेशा फलदायिनी है। मां अति सुंदर और अति गौरवर्ण हैं, इसी वजह से उन्हें महागौरी कहा जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार महागौरी (Maa Mahagauri Puja Vidhi) की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। साथ ही व्यक्ति के ज्ञात-अज्ञात सभी पापों का नाश होता है। इसके अलावा घर-परिवार में सुख, शांति, सौभाग्य और समृद्धि का वास होता है। इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ कई लोग कन्या पूजन भी करते हैं, जिसे शुभ माना जाता है।
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अद्भुत है देवी महागौरी का स्वरूप
मां महागौरी (Maa Mahagauri Puja Vidhi) का वर्ण, वस्त्र व आभूषण सभी पूर्ण रूप से गौर अर्थात सफेद रंग के हैं। देवी का वाहन बैल है। माता महागौरी के दाहिना हाथ अभयमुद्रा में है। जबकि नीचे वाले हाथ में दुर्गा शक्ति का प्रतीक त्रिशुल है। बाएं हाथ के नीचे वाला हाथ वरमुद्रा में है। जबकि ऊपर वाले हाथ में डमरू है। शिव का प्रतीक डमरू धारण करने की वजह से मां को शिवा भी कहा जाता हैं।
माता महागौरी की पूजा विधि
नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) के आठवें दिन प्रात: काल स्नान आदि करने के बाद घर के मंदिर में लकड़ी की चौकी पर सफेद वस्त्र बिछाए। फिर उस पर महागौरी की मूर्ति या तस्वीर रखें। साथ ही महागौरी यंत्र की भी स्थापना करें। इसके बाद हाथ में सफेद फूल लेकर माता का ध्यान करें। अब देवी (Maa Mahagauri Puja Vidhi) की प्रतिमा के आगे दीप जलाएं और उन्हें फल, फूल और नैवेद्य आदि अर्पित करें। अंत में मां की आरती उतारें।
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