टी20 के नंबर वन बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का वनडे क्रिकेट में लगातार खराब फॉर्म जारी है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीन मैचों की वनडे सीरीज में सूर्या लगातार दूसरे वनडे में भी गोल्डन डक का शिकार हुए। उन्हें मिचेल स्टार्क ने शून्य के स्कोर पर LBW आउट किया। 3 मैच की वनडे सीरीज में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब सूर्या बिना खाता खोले आउट हो गए। हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा ने ये साफ कर दिया है कि उन्हें कोई जल्दीबाजी नहीं है। जब तक श्रेयस अय्यर ठीक नहीं हो जाते तब तक सूर्या को मौका देते रहेंगे।
वनडे क्रिकेट में खेलने का तरीका अलग
क्रिकेट की एक सच्चाई ये भी है कि ज्यादातर खिलाड़ी क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में सफल नहीं हो पाते हैं। टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन डिफेंस और तकनीक की आवश्यकता होती है। वहीं वनडे क्रिकेट में पहले बल्लेबाज अपनी पारी को संवारता है और फिर शॉट्स खेलता है। जबकि टी20 क्रिकेट में बल्लेबाज के पास सेटल होने के लिए समय नहीं होता है। ऐसे में सूर्यकुमार यादव ने अपने 360 डिग्री स्किल की बदौलत टी20 क्रिकेट में खूब रन बटोरे हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट में वह फिलहाल फिट नहीं बैठ पा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर काफी सारे सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सूर्या की जगह संजू सैमसन को मौका देने की बात कही जा रही है। ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्यूंकि वनडे में संजू का 11 मैचों में 66 का औसत है।
सूर्यकुमार यादव का डेब्यू रहा था शानदार
सूर्यकुमार यादव ने अपना वनडे इंटरनेशनल डेब्यू 18 जुलाई 2021 को श्रीलंका के खिलाफ किया था। उस मुकाबले में उन्होंने नाबाद 31 रन बनाकर काफी प्रभावित किया था। फिर अपने दूसरे वनडे में ही सूर्या ने हाफ सेंचुरी भी जड़ दी थी। तब ऐसा लग रहा था सूर्या मिडिल ऑर्डर में एक मजबूत खिलाड़ी बनकर उभरेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उसके बाद वो रन बनाने में असफल रहे और अपना मोमेंटम खो दिया।
हालांकि, ये सच है कि 32 साल के सूर्यकुमार को वनडे क्रिकेट में सीमित मौके ही मिले हैं। साथ ही ये भी सच है कि सूर्यकुमार यादव का वनडे क्रिकेट में बैटिंग क्रम भी फिक्स नहीं रहता है। सूर्या ने अबतक 22 वनडे मैचों की 20 पारियो में 25.47 की औसत से 433 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक निकले।
सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय
उन 20 परियों में उन्होंने नंबर-3 पर एक, नंबर-4 पर पांच, नंबर-पांच पर 11 बार और छठे नंबर पर तीन बार बल्लेबाजी की है। निश्चित रूप से ये उनकी वनडे क्रिकेट में खराब हालत को बयां करता है। शायद सूर्या को किसी एक क्रम पर लगातार मौके मिले, तो हो सकता है कि उनका फॉर्म वापस आ जाए।