बुधवार को पीएम मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत में अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ के नए क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने भारत 6-जी विजन डॉक्यूमेंट का अनावरण और 6-जी अनुसंधान और विकास केंद्र का शुभारंभ भी किया।
6जी का विजन डॉक्यूमेंट पेश
आज के समय में भले ही आपके मोबाइल फोन में 4जी या 5जी नेटवर्क पर भी ठीक से चल न पा रहा हो, लेकिन इस बीच देश 6जी की तरफ अपने कदम आगे बढ़ाने लगा है। बुधवार को जब 6जी का विजन डॉक्यूमेंट पेश किया, तो पीएम मोदी ने कहा- ‘ये Decade भारत का Tech-ade है। भारत का टेलीकॉम और डिजिटल मॉडल स्मूथ है, सिक्योर है, ट्रांसपेरेंट है, ट्रस्टेड और टेस्टेड है।’
कार्यक्रम में भाग लेते हुए पीएम मोदी ने ये भी कहा- “आज भारत 100 करोड़ मोबाइल फोन के साथ दुनिया में सबसे अधिक संपर्क सुविधा वाला लोकतंत्र है। जनधन, आधार और मोबाइल की संयुक्त ताकत आज दुनिया के लिए एक केस स्टडी है।”
‘शहरों से ज्यादा गांवे में इंटरनेट का इस्तेमाल’
साथ ही उन्होंने ये भी कहा- ‘हर महीने भारत में 800 करोड़ से अधिक UPI आधारित डिजिटल भुगतान हो रहे हैं। हर रोज 7 करोड़ से अधिक ई-प्रमाणीकरण होता है। Direct Benefit Transfer के जरिए लोगों के बैंक खातों में सीधे 28 लाख करोड़ रुपये से अधिक स्थानांतरित किए गए। देश में इंटरनेट उपयोगकर्ता 2014 में 25 करोड़ थे। अब ये बढ़कर 85 करोड़ हो गए हैं। शहरी उपयोगर्ताओं की तुलना में ग्रामीण उपयोगकर्ताओं की संख्या अधिक है। भारत दूरसंचार तकनीक के उपयोगकर्ता से अब बहुत तेजी से उसका निर्यातक बन रहा है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि दूरसंचार प्रौद्योगिकी भारत के लिए सिर्फ शक्ति का एक तरीका नहीं, बल्कि सश्क बनाने का मिशन है। केवल 120 दिनों के अंदर भारत में 125 से भी ज्यादा शहरों में 5G कनेक्शन की शुरुआत हुई है। 5G लॉन्चिंग के 6 महीने के अंदर ही हम 6G तकनीक की बात करने लगे हैं, यह भारत के भरोसे को ही दर्शाता है।