पंजाब से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh Arrested) को पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। अमृतपाल सिंह वही व्यक्ति हैं, जिसे भिंडरावाला पार्ट 2 भी कहा जा रहा है। ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी जलांधर के नकोदर के पास से हुई है। बता दें कि अमृतपाल की तलाश के लिए पुलिस ने पांच टीमों की तैनात की थी। वहीं इसके बाद कानून व्यवस्था कायम रखने के लिहाज पंजाब के सभी जिलों में रविवार दोपहर 12 बजे तक के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवा को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही कई जगहों पर धारा 144 भी लगाई गई है।
अजनाला थाने पर किया था हमला
आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी (Amritpal Singh Arrested) अजनाला थाने पर हमले से जुड़े मामले में हुई है। आपको बता दें कि बीते दिनों अपने एक साथी लवलीत ‘तूफान’ को जेल से छुड़ाने के लिए बड़े संख्या में अपने समर्थकों के साथ थाने पर हमला बोल दिया था।
शनिवार दोपहर को अमृतपाल के 6 साथियों को तब पकड़ा था, जब वो जालंधर से मोगा की तरफ जा रहे थे। तब अमृतपाल फरार होने में कामयाब हो गया। अमृतपाल को पकड़ने की कोशिश कई टीमें कर रही थीं।
पंजाब पुलिस की अपील
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमृतपाल सिंह के पूरे गांव को सील कर दिया गया है। साथ ही वहां पुलिस फोर्स ने भी डेरा डाल लिया है। इसके अलावा लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की फेक न्यूज पर भरोसा न करने को कहा जा रहा है। इस संबंध में पंजाब पुलिस द्वारा एक ट्वीट भी किया गया, जिसमें उन्होंने कहा- “शांति और भाईचारा बनाए रखें। आप लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। किसी भी तरह की फेक न्यूज या हेट स्पीच न फैलाएं। लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए पुलिस काम कर रही है।”
कौन हैं अमृतपाल सिंह?
अमृतपाल सिंह पिछले साल से ही भारत में रह रहा हैं। इससे पहले वो दुबई में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम कर रहा था। अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू तो आपको याद ही होंगे, जिसकी पिछले साल एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। इन्हीं दीप सिद्ध द्वारा स्थापित एक सामाजिक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख के रूप में पदभार भी अमृतपाल ही संभाल रहा है। अमृतपाल को पंजाब में उभरते हुए नए भिंडरावाले की तरह भी देखा जा रहा है।
गृह मंत्री को दी थी धमकी
वे पिछले कई दिनों से अपने विवादित बयान के चलते सुर्खियों में बना हुआ है। कुछ दिनों पहले गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक बयान में कहा था कि उनकी सरकार खालिस्तान के इस आंदोलन को जड़ से खत्म कर देगी। जिसके बाद अमृतपाल ने इंदिरा गांधी का संदर्भ लेते हुए ये तक कह दिया था कि जो अमित शाह कह रहे हैं, वो कभी इंदिरा गांधी ने भी कहा था। जैसा नतीजा उनका हुआ है, वैसा ही अमित शाह का भी हो सकता है। अमृतपाल ने आगे ये भी कहा था कि अमित शाह एक बार हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करने वालों को लेकर ये बात कहें, तब देखें