बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और इनके परिवार की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ती हुई नजर आ रही है। दरअसल, लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले की जांच एक बार फिर से तेज होती नजर आ रही है। इस मामले को लेकर राबड़ी देवी से पूछताछ करने के लिए सीबीआई की एक टीम उनके आवास पर पहुंची।
राबड़ी देवी से CBI की पूछताछ
प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि CBI की 12 सदस्यीय टीम राबड़ी देवी से सवाल-जवाब कर रही हैं। इस संबंध में सीबीआई ने राबड़ी देवी को नोटिस भी दिया था। वैसे तो पहले ये पूछताछ सीबीआई के दफ्तर मेंहोनी थी, लेकिन बाद में इन्हें थोड़ी राहत दी गई और पूछताछ आवास पर ही करने का फैसला लिया गया। इस दौरान इनके बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी आवास पर ही मौजूद हैं। वहीं राबड़ी देवी के वकील भी उनके आवास पर पहुंचे।
जानें क्या है पूरा मामला?
आपको बताते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है, जिसको लेकर सीबीआई राबड़ी देवी से पूछताछ की जा रही है? ये पूरा मामला रेलवे भर्ती से जुड़ा हुआ है। साल 2004 से 2009 तक यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान लालू यादव देश के रेल मंत्री का कार्यभार संभाल रहे थे। आरोप ये लगे हैं कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे इस दौरान इन्होंने पटना के कई लोगों को ग्रुप डी की नौकरी दी और इसके बदले में उन लोगों से अपने परिवार के नाम पर जमीन लिखवा ली थी। मामले को लेकर सीबीआई का दावा है कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम पर प्लॉट की रिजस्ट्री हुई थी। इसको लेकर सीबीआई की दिल्ली ईकाई ने अलग से मामला दर्ज कर कुछ दिनों पहले चार्जशीट भी दाखिल की है।
एक तरफ जहां राबड़ी देवी से पूछताछ का सिलसिला जारी है, तो दूसरी ओर RJD के कार्यता भी घर के बाहर जुट गए हैं। CBI की इस कार्रवाही के विरोध में वो प्रदर्शन कर रहे हैं। कार्यकर्ता शर्ट उतारकर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। इसके साथ ही वो सीबीआई और मोदी सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं इस बीच राबड़ी देवी के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।