World Obesity Day 2023 : दुनिया भर में मोटापे की समस्या से अधिकांश लोग परेशान है। दिन-प्रतिदिन ये समस्या बढ़ती जा रही हैं। भारत में भी ज्यादातर लोग मोटापे की गिरफ्त में है। इसलिए हर वर्ष 4 मार्च को विश्व मोटापा दिवस (World Obesity Day 2023) मनाया जाता हैं। इस दिवस को मनाने का मुख्य मकसद है मोटापे के वैश्विक संकट को दूर करना। साथ ही इसके लिए किए जा रहे व्यवहारिक कार्यों को बढ़ावा देना और उसका समर्थन करना।
लेटेस्ट रिपोर्ट में किया गया बड़ा दावा
हाल ही में ‘वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन’ (World Obesity Federation) ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि अगर देश में मोटापे (World Obesity Day 2023) के प्रति उपचार, रोकथाम और उपायों में सुधार नहीं किया गया। तो यकीनन ही आने वाले 12 सालों के अंदर देश की आधी से ज्यादा आबादी का वजन बहुत ज्यादा हो जाएगा और वो मोटापे की समस्या से ग्रसित होंगे। इसके अलावा वर्ष 2035 तक बच्चों में मोटापे के मामलों में 9 प्रतिशत तक वार्षिक वृद्धि भी आ सकती हैं। रिपोर्ट (World Obesity Federation) के मुताबिक साल 2035 तक देश में लोगों में मोटापे के शिकार की दर 11 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। जबकि वयस्कों में मोटापे के मामलों में 5.2% की वार्षिक बढ़ोतरी होगी।
एक और रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
‘वर्ल्ड ओबेसिटी एटलस 2023’ (World Obesity Atlas 2023) नामक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2020 में देश में पुरुषों में मोटापे (World Obesity Day 2023) का जोखिम लगभग 3 प्रतिशत तक बढ़ गया था। जो 2035 तक आते-आते 12 प्रतिशत तक हो सकता है। इसके अलावा लड़कियों में मोटापे का जोखिम साल 2020 में 2 प्रतिशत था। जो आने वाले 12 सालों में बढ़कर 7 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। गौरतलब है कि मोटापे की वजह से भारत के राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी पर करीब 1.8 प्रतिशत तक का प्रभाव भी पड़ सकता हैं।