दिल्ली की राजनीति में इस वक्त भूचाल आया हुआ है। नई आबकारी नीति केजरीवाल सरकार के गले की फांस बन गई। इस मामले में तगड़ा एक्शन लेते हुए बीते दिनों ही सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सिसोदिया और भ्रष्टाचार के आरोपों में पहले से ही जेल में बंद सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा इन दोनों नेताओं के इस्तीफे को मंजूर किया जा चुका है। सिसोदिया-जैन का इस्तीफा इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब दिल्ली में दो नए मंत्री बनाने की चर्चा जोरो शोरों पर चल रही है। खबरों की मानें तो मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे को पहले राष्ट्रपति के द्वारा मंजूर किया जाएगा और इसके बाद दो नए मंत्रियों की नियुक्ति की जा सकती है। इसके लिए दिल्ली सरकार कई नामों पर विचार-विमर्श कर रही है।
फिलहाल गहलोत और आनंद संभालेंगे विभाग
आपको बता दें कि सिसोदिया दिल्ली सरकार के कुल 33 विभागों में से 18 विभाग का जिम्मा संभाल रहे थे, जिनमें शिक्षा के साथ स्वास्थ्य, वित्त एवं गृह विभाग शामिल थे। स्थायी व्यवस्था होने तक उनके विभागों का प्रभार कैलाश गहलोत और राजकुमार आनंद के बीच बांटा गया है।
सिसोदिया के इस्तीफे के बाद फिलहाल दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत को वित्त और बिजली विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इसके अलावा सामाजिक कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद को शिक्षा तथा स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा दिया गया है।
नए मंत्रियों की रेस में ये नाम सबसे आगे
नए मंत्रियों के नामों की बात करें तो इसमें तीन विधायकों आतिशी, सौरभ भारद्वाज और दिलीप पांडेय के नाम आगे चल रहे थे। दरअसल, ये तीनों ही नेता शीर्ष नेतृत्व के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में अब सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के आउट होने के बाद इनमें से किसी को मौका मिलने की संभावनाएं है।
देखा जाये तो अभी दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल में अभी एक भी महिला मंत्री शामिल नहीं है। ऐसे में आतिशी का नाम नए मंत्री की इस सूची में सबसे आगे चल रहा है। आतिशी कालकाजी से विधायक हैं। साथ ही वो सिसोदिया के साथ उनके विभागों में भी काम कर चुकी हैं। इसके अलावा वर्तमान में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष का जिम्मा संभाल रहे सौरभ भारद्वाज और आप विधायक दिलीप पांडेय का नाम भी इस रेस में शामिल है। सौरभ केजरीवाल की पहली सरकार में मंत्री भी रहे चुके हैं।