Friday, November 22, 2024
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Skanda Sashti 2023 : संतान सुख के लिए जरूर रखें स्कंद षष्ठी का व्रत, जानिए इसका महत्व

Skanda Sashti Vrat 2023 : हर मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जाता हैं। आज यानि 25 फरवरी 2023 को स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार आज भगवान शिव और माता गौरी के पुत्र कार्तिकेय की पूजा-अर्चना की जाती है। आज के दिन ही भगवान कार्तिकेय (kartikeya bhagwan) का जन्म हुआ था। कार्तिकेय जी को स्कंद नाम से भी जाना जाता हैं। इसलिए शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी कहा जाता है।

धार्मिक मान्यता के अनुसार आज के दिन व्रत (Skanda Sashti Vrat 2023) रखने से निसंतान दंपति को संतान सुख का वरदान मिलता है। साथ ही सभी शारीरिक कष्टों से भी मुक्ति मिलती हैं। इसलिए आज के दिन उपवास रखने के साथ-साथ कार्तिकेय जी की भी विधिवत पूर्वक पूजा-अर्चना जरूर करें।

स्कंद षष्ठी व्रत पर बन रहें हैं कई अद्भुत योग

हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि का आरंभ 25 फरवरी की रात 12 बजकर 31 मिनट से हो रहा है जिसका सामपन अगले दिन 26 फरवरी की रात 12 बजकर 20 मिनट पर होगा। बता दें कि आज स्कंद षष्ठी (Skanda Sashti Vrat 2023) के दिन चार शुभ योगों का संयोग भी बन रहा हैं। आज रवि योग सुबह 06 बजकर 51 मिनट से लेकर कल प्रात: काल 03 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। जबकि ब्रह्म योग आज प्रात: काल से लेकर शाम 05 बजकर 18 मिनट तक रहेगा, जिसके बाद इंद्र योग लग रहा है। इसके अलावा त्रिपुष्कर योग कल यानि 26 फरवरी की सुबह 03 बजकर 59 मिनट से लग रहा है जो सुबह 06 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।

स्कंद षष्ठी व्रत का धार्मिक महत्व

पौराणिक कथा के अनुसार स्कंद षष्ठी (Skanda Sashti Vrat 2023) का व्रत रखने से प्रियव्रत का मरा हुआ बच्चा जीवित हो गया था। साथ ही ये भी कहा जाता है कि ये व्रत रखने से च्यवन ऋषि की आंखों की रौशनी वापस आ गई थी। इसलिए माना जाता है कि जो भी दंपति स्कंद षष्ठी का व्रत रखता है उसको कार्तिकेय जी (kartikeya bhagwan) संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही उनके जीवन के सभी दुःख-दर्द हर लेते है।

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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