Contact Lens Side Effects : आज के समय में अधिकांश लोगों की आंखें कमजोर होने लगी है। पूरा दिन लैपटॉप, कंप्यूटर व फोन का इस्तेमाल करने का सबसे ज्यादा बुरा असर आंखों पर ही होता है। ऐसे में लोग चश्मे का इस्तेमाल करते है। लेकिन अब लोग चश्मे की जगह कॉन्टेक्ट लेंस को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं। लेकिन कहा जाता है कि पूरा दिन कॉन्टेक्ट लेंस लगाने से आंखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि कॉन्टेक्ट लेंस को लगाकर सोने से या लेंस को लगाकर शावर लेने से आंखों में दिक्कतें आने लगती है। लेकिन क्या ये सच है या नहीं। ये आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।
जानिए कब नहीं लगाना चाहिए कॉन्टेक्ट लेंस
आमतौर पर आंखों के रिफ्रेक्टिव एरर को हटाने के लिए कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल किया जाता हैं। वैसे तो लेंस लगाना सुरक्षित होता है। लेकिन इसे लगाने का सही तरीका पता होना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक एक दिन में 6-8 घंटे से ज्यादा कॉन्टेक्ट लेंस को नहीं पहनना चाहिए। इसके अलावा नहाते समय और सोते समय में भी कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lens Side Effects) नहीं लगाने चाहिए। नहीं तो इससे आंखों में ड्राइनेस व एलर्जी की समस्या होने लगती है। बता दें कि हमेशा अच्छी क्वालिटी के कॉन्टेक्ट लेंस का ही इस्तेमाल करना चाहिए और रोजाना लेंस को स्पेशल सॉल्यूशन से साफ करना चाहिए।
लेंस से आंखों की रोशनी भी जा सकती है!
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lens Side Effects) को लगाकर सोना आंखों के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक होता है। इससे कॉर्निया में इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है जिन्हें दवाइयों से ठीक करना मुश्किल होता है। इसके अलावा कई बार इंफेक्शन से आंखों की रोशनी तक चली जाती है। इसलिए कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lens Side Effects) को लगाकर कभी भी सोना नहीं चाहिए। बता दें कि जिन लोगों की आंखों में एलर्जी या फिर सीवियर ड्राइनेस की समस्या होती है, उन्हें भी कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
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