दिल्ली नगर निगम में बुधवार को हुए मेयर चुनाव के बाद शाम को स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव शुरू हुआ। जहां कड़ी मशक्कत के बाद दिल्ली नगर निगम को उसका मेयर और डिप्टी मेयर मिल गए। लेकिन असली जंग तो सदन में पूरी रात देखने को मिली। दरअसल, शाम को स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के दौरान सदन में हंगामा शुरू हो गया। AAP और BJP मेंबर्स ने मारपीट शुरू कर दी। दोनों पक्षों के बीच जमकर हाथापाई हुई। हंगामे में पुरुष पार्षद भी थे और महिला पार्षद भी। दोनों तरफ से सदन में बोतलें फेंकी जा रही थी तो कहीं लात – घूंसो की वर्षा होती हुई नजर आई।
रात भर सदन में चलती रही हाथापाई
मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव संपन्न होने के बाद शाम छह बजे के करीब जैसे ही स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव शुरू हुआ, सदन में हंगामा शुरू हो गया। जो सदन के भीतर पूरी रात चला। दोनों तरफ से हंगामा, हाथापाई, पानी की बोतलों से एक-दूसरे पर वार सब कुछ रात भर एमसीडी के सदन में देखने को मिला। दोनों पक्षों के बीच हुई ये लड़ाई रात 11:30 बजे तक भी नहीं रूकी। मोबाइल फोन को लेकर शुरू हुए हंगामे में आरोप है कि पहले बीजेपी पार्षदों ने मेयर के हाथ से माइक छीनने की कोशिश की वहीं विपक्ष में बीजेपी का कहना है कि आप पार्षदों और नेताओं के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में देर रात तक जमकर हाथापाई हुई। दोनों पक्ष एक दूसरे पर पानी की बोतले फेंकते हुए भी दिखे। हंगामे में बैलेट बॉक्स तक पलट दिया गया।
स्टैडिंग कमेटी चुनाव के दौरान मोबाइल लाने पर हुआ हंगामा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के दौरान कुछ मेंबर्स मोबाइल ले आए। इस पर भाजपा के मेंबर्स ने आपत्ति जाहिर की। हंगामा इसी को लेकर शुरू हुआ। मेयर शैली ओबेरॉय अपनी कुर्सी पर थीं और भाजपा के सदस्य वहीं पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने बैलेट बॉक्स पलट दिया। दरअसल ये पूरी लड़ाई स्टैंडिंग कमेटी (स्थायी समिति) पर अधिकार को लेकर है। बुधवार शाम करीब 6 बजे स्थायी समिति के 6 सदस्यों के चुनाव को लेकर सदन में वोटिंग शुरू हुई। छह में से तीन ‘आप’ और दो भाजपा के सदस्य का जीतना तय था। यानी सारी लड़ाई छठे सदस्य को लेकर हुई।