Uorfi Javed: सोशल मीडिया सेंसेशन उर्फी जावेद (Uorfi Javed) आज के समय में किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। आए दिन वह किसी न किसी वजह से सुर्खियों में छाई रहती हैं। इतना ही नहीं लगातार ट्रोलिंग के बावजूद भी उर्फी किसी भी मुद्दे पर अपनी राय रखने से उर्फी पीछे नहीं हटती हैं। अब हाल ही में एक्ट्रेस ने एक और मुद्दा पकड़ लिया है। दरअसल, अब उर्फी जावेद ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नाम को बदलने के डिबेट पर अपना रिएक्शन दिया है और साथ ही उन्होंने धर्म को लेकर भी बड़ी बात कही है, जिसकी वजह से एक बार फिर उर्फी लाइमलाइट में छा गई हैं।
Faida batao koi Iska ? I want to stay In a democratic rashtra ! Neither Hindu rashtra nor muslim rashtra . pic.twitter.com/uDPwj4d2xr
— Uorfi (@uorfi_) February 9, 2023
लखनऊ के नाम बदलने को लेकर कही यह बात
नवाबों का शहर कहा जाने वाले लखनऊ इन दिनों अपने नाम को लेकर चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी बवाल छिड़ा हुआ है। ऐसे में सभी के साथ इस मसले में अब सोशल मीडिया सेंसेशन उर्फी जावेद भी कूद पड़ी हैं। उर्फी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इस मुद्दे को लेकर अपनी राय रखते हुए एक ट्वीट किया है। दरअसल, उर्फी ने इस ट्वीट में एक न्यूज वेबसाइट की स्टोरी की हेडलाइंस को शामिल किया है, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लखनऊ के नाम बदलने वाले बयान को दर्शा रही है। इसी के साथ एक्ट्रेस ने इस ट्वीट में लिखा है कि- ‘कोई इसका फायदा बताओ, मैं एक लोकतांत्रिक राष्ट्र में रहना चाहती हूं, न कि हिंदू और मुस्लिम राष्ट्र में।’ बता दें कि शहरों के नाम को बदलने के विषय को लेकर उर्फी जावेद ने अपना रिएक्शन दिया है। लखनऊ का नाम बदलने का मुद्दा यूपी सरकार के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के उस हालिया बयान के बाद से गर्माया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘पहले लखनऊ का नाम लक्ष्मण नगरी था।’
Before the Hindu extremists start attacking me let me tell y’all , I do not follow Islam or any religion as a matter of fact . I just don’t want people to fight because of their religion
— Uorfi (@uorfi_) February 9, 2023
लोग दे रहे है रिएक्शन
लखनऊ का नाम बदलने के टॉपिक पर उर्फी जावेद के इस बयान के बाद अब लोगों ने अपने रिएक्शन देने शुरू कर दिए हैं। एक ट्विटर यूजर ने उर्फी जावेद के इस ट्वीट पर कमेंट कर लिखता है कि- ‘गुलामी से आजादी का अनुभव होगा। केवल एक राष्ट्रवादी ही इसे समझ सकता है.’ वही दूसरे यूजर ने लिखा कि- ‘अगर आप नेचुरल हैं, तो क्यों परेशान हो रही हो, इसका फायदा है तभी तो चेंज हो रहा है।’