संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संयुक्त सदन को पहली बार संबोधित किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ संसद के 2023 बजट सत्र की आज शुरुआत हुई। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में संसद सत्र के पहले दिन दोनों सदनों को संबोधित करते हुए मोदी सरकार के कामों की तारीफ करते हुए सरकार के कामों की उपलब्धियां गिनाई। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में मजबूत इच्छाशक्ति वाली सरकार है। इस सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है। यह सरकार बिना डरे काम कर रही है। इसके लिए उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, आतंकवाद पर सख्ती, आर्टिकल 370 और तीन तलाक का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में मेरी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि अनेक मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच चुकी हैं या फिर उस लक्ष्य के बहुत निकट हैं।
आत्मनिर्भर भारत बनाने की बात कही- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति मुर्मू ने सरकार को लगातार दो बार मौका देने के लिए लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा- हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है, जहां गरीबी न हो और मध्यम वर्ग वैभव से युक्त हो। उन्होंने गरीबों को मुफ्त अनाज की स्कीम जारी रखने की बात कही। मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार की कोशिश है कि कोई गरीब भूखा ना सोए। और पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त अनाज देने के लिए 3.50 लाख करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। सरकार ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को नई परिस्थितियों के अनुसार आगे भी चलाने का निर्णय लिया है।
भ्रष्टाचार पर नकेल
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है। इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध निरंतर लड़ाई चल रही है। और सरकार ने ये सुनिश्चित किया है कि व्यवस्था में ईमानदार का सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त सिस्टम तैयार करने के लिए इकोसिस्टम बनाने की दिशा में बेनामी संपत्ति अधिनियम को नोटिफाई किया गया है। आर्थिक अपराध कर फरार अपराधियों की संपत्ति को जब्त करने के लिए Fugitive Economic Offenders Act को पारित किया गया है।
मेट्रो नेटवर्क की तीन गुना बढ़ोतरी
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि, बीते 8 सालों में देश में मेट्रो नेटवर्क में तीन गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई है। वहीं आज 27 शहरों में ट्रेन पर काम चल रहा है। इसी प्रकार देशभर में 100 से ज्यादा नए वॉटरवे देश में ट्रांसपोर्ट सेक्टर का कायाकल्प करने में मदद करेंगे।
मेड इन इंडिया मिशन का लाभ
मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत का लाभ मिल रहा है। मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी बढ़ रही है। भारत में ही सेमी कंडक्टर चिप से लेकर हवाई जहाज के निर्माण की कोशिश कर रहे हैं। निर्यात दर बढ़ रही है। पहले हम बड़ी संख्या में मोबाइल आयात करते थे, आज भारत बड़ा निर्यातक बन चुका है: राष्ट्रपति