दुनियाभर में कोरोना वायरस ने एक बार फिर दस्तक दें दी हैं। चीन और जापान के बाद अब फिर से कई देशों में कोरोना के नए वेरिएंट के मामले सामने आ रहें है। चीन में तो रोजाना Omicron BF.7 से कई लोगों की जान जा रहीं है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि, आने वाले तीन माह तक चीन में बीस लाख लोग इस वायरस की चपेट में होंगे।
हालांकि, चीन में Omicron BF.7 के अलावा XBB.1.5 वेरिएंट के भी कई मामले सामने आए हैं। मुख्य तौर पर अमेरिका और ब्रिटेश के ज्यादातर इलाकों में इस वायरस के नए वेरिएंट के मामलों की पुष्टि हुई है। बता दें कि भारत में भी XBB.1.5 वेरिएंट के 5 मामले सामने आए हैं।
भारत में आया सबसे पहला वेरिएंट
XBB, कोरोना वायरस का वेरिएंट है, जिसका सब वेरिएंट XBB.1.5 हैं। भारत में सबसे पहले XBB वेरिएंट का मामला सामने आया था। बता दें कि XBB वेरिएंट BA.2.75 और BA.2.10.1 का म्यूटेशन हैं। हालांकि, इसमें कई और म्यूटेशन होने की भी बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि इसमें ओमिक्रोन वेरिएंट्स BJ.1, BA.2.75, BQ.1 और BA.2 का म्यूटेशन है। लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई हैं।
चीन में आया पहला मामला
ओमिक्रोन BF.7 का वेरिएंट ओमिक्रोन BA.5 है, जिसका म्यूटेशन BA.5.2.1.7 हैं। जबकि BF.7 वायरस के स्पाइक प्रोटीन में R346T का म्यूटेशन है। ओमिक्रोन और उसके सब वेरिएंट मुख्य तौर पर चीन के वुहान शहर से ही सामने आए हैं। बता दें कि चीनी वैक्सीन सिनोवैक, लगवाने के बाद इस वायरस से बचा जा सकता है। सिनोवैक वैक्सीन में ओमिक्रोन और उसके वेरिएंट से लड़ने वाली प्राप्त एंटीबॉडी है।
जानिए कौन सा वेरिएंट है अधिक खतरनाक
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, BF.7 और XBB.1.5 में से ओमिक्रोन का सब वेरिएंट XBB.1.5 ज्यादा खतरनाक हैं। ये वेरिएंट BF.7 की तुलना में अधिक संक्रामक और 120 प्रतिशत तेजी से फैलता हैं। अब तक की स्टडी के मुताबिक, BF.7 की तुलना में इस वेरिएंट के 56% मामले ज्यादा सामने आए हैं। कहा जा रहा है कि XBB.1.5 वेरिएंट शरीर की एंटीबॉडी के साथ-साथ वैक्सीन की क्षमता को भी प्रभावित करता है, जिससे व्यक्ति को कमजोरी और थकान महसूस होती हैं। गौरतलब है कि ओमिक्रोन का BF.7 वेरिएंट अकेले चीन में 44% संक्रमणों के लिए जिम्मेदार हैं।