OpenAI द्वारा निर्मित ChatGPT इनदिनों सुर्ख़ियों में है। चैटजीपीटी ने लॉन्च के पांच दिन के बाद ही 1 मिलियन से अधिक यूजर्स तक अपनी पहुंच बना ली। हाल ही में Google ने ChatGPT के लिए एक ‘कोड रेड’ जारी किया है। ये एक ऐसा AI चैट बॉट है जिसकी मदद से बेहद कम समय में पूरी स्टोरी जेनेरेट करके दे देती है। इसने पहले ही इंस्टाग्राम और फेसबुक को लोकप्रियता के मामले में पीछे छोड़ दिया है और अब गूगल को भी जल्द ही पीछे छोड़ने वाला है। इसे भविष्य के लिए चिंता का विषय बताया जा रहा है।
क्या है ChatGPT?
ChatGPT आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करता है। इसका फुल फॉर्म है Generative Pre trained Transformer . ChatGPT AI का काम लाखों वेबसाइटों पर उपलब्ध जानकारी को संशोधित कर और उसे एक आसान भाषा में बदलकर यूजर्स को जवाब देना है। इसकी मदद से किसी विषय पर आर्टिकल लिखा जा सकता है। बशर्ते की उस विषय के बारे में गूगल पर पहले से जानकारी उपलब्ध हो। इसका सर्च इंजन गूगल से अलग है।
अगर आप गूगल पर कोई टॉपिक सर्च करते हैं तो गूगल जवाब में सैकड़ों-हजारों वेबसाइट के लिंक पेश कर देता है जबकि ChatGPT आपके सवाल का जवाब लिखकर देता है। यह चैटबॉट सवालों के जवाब बिल्कुल सही, सटीक और सीधा देता है। ChatGPT को 30 नवंबर को लॉन्च किया गया है। मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो ChatGPT आपकी लीव एप्लीकेशन से लेकर वीडियो स्क्रिप्ट लिख सकता है।
सर्च इंजन मार्केट में गूगल अकेला बेताज बादशाह
मौजूदा वक्त में सर्च इंजन की दुनिया में गूगल अकेला किंग बना हुआ है। दुनियाभर में करीब 90 से 95 फीसद सर्च इंजन मार्केट में गूगल का ही कब्जा है। लेकिन अब गूगल को ChatGPT से जोरदार टक्कर मिलती दिख रही है। दरअसल ChatGPT को नए जमाने का सर्च इंजन प्लेटफॉर्म कहा जा रहा है, जो कि गूगल से आगे सर्च इंजन की दुनिया है। जैसे ही बाजार में एक्सपेरिमेंट के तौर पर चैटबॉट ChatGPT रिलीज हुआ तो इससे गूगल में हलचल मच गई। इसे गूगल के लिए बड़ा बिजनेस लॉस माना जा रहा है।
अन्य भाषाओं का सपोर्ट भी जल्द मिलेगा
आपको बता दें कि ChatGPT अभी टेस्टिंग फेज में है। इसका यूजर्स के साथ एक्सपीरिएंस काफी अच्छा रहा है। फिलहाल ये AI केवल अंग्रेजी लैंग्वेज को सपोर्ट करता है। जल्द ही इसमें ज्यादा से ज्यादा भाषाओं का सपोर्ट दिया जाएगा। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि इसके बताए गए जवाबों में प्लेगरिज्म नहीं मिलेगा।