उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की रहने वाली और 11वीं की छात्रा सानिया मिर्जा ने अपने मां – बाप का सर गर्व से उंचा कर दिया है। दरअसल, सानिया मिर्जा भारत की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनने जा रही है। इसको लेकर उनको हर ओर से बधाईयां मिल रही है और उनके घर पर मीडिया का जमावड़ा लग रहा है। सानिया के पिता एक मकैनिक है और आज उन्हें अपनी बेटी की सफलता पर काफी गर्व हो रहा है।
बात अगर सानिया मिर्जा की करें तो सानिया उत्तर प्रदेश, मिर्जापुर की रहने वाली है। सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रौशन कर दिखाया है। आज देश की बेटी ने सबका सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। सानिया मिर्जा ने UPSC का NDA एग्जाम पास करके ये मुकाम हासिल किया है। NDA यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी, सेना में अफसर बन देश की सेवा करने वालों के लिए होने वाला एग्जाम होता है। सानिया ने इस एग्जाम में 149वीं रैंक हासिल की है। और वह देश की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनीं हैं। सानिया एक छोटे से गांव की रहने वाली है, और उसने ये मुकाम बड़ी मेहनत व लगन से हासिल किया है। सानिया 27 दिसंबर वो पुणे में फाइटर पायलट के लिए ज्वाइनिंग करेंगी।
मैकेनिक की बेटी बनी पायलट
दरअसल, सानिया मिर्जापुर के सदर तहसील क्षेत्र के जसोवर गांव की निवासी है। सानिया के पिता शाहिद अली एक टीवी मैकेनिक का काम करते हैं। सानिया बचपन से ही इंजीनियर बनना चाहती थी। 11वीं में पढ़ाई के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि सानिया मिर्जा ने एनडीए में जाने का सपना देखा, और पूरी लगन से अपने इस सपने को हासिल भी करके दिखाया। सानिया ने अपनी माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश से ही ली है। सानिया ने बताया की उन्होंने अपनी शिक्षा हिंदी मीडियम से ली है, और हिंदी मीडियम से शिक्षा लेने वाले भी बड़ा मुकाम हासिल कर सकते है, बस आपका इरादा मजबूत होना चाहिए।सानिया देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के छोटे से गांव जसोवर में टीवी मकैनिक की बेटी है फिर भी आज उसने अपने जिले की ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश का नाम रोशन कर दिखाया है।