कोरोना से दुनिया अभी पूरी तरह उबर नहीं पाई है। चीन और अमेरिका जैसे तमाम देश कोरोना की मार से जूझ रहे हैं। चीन में कोरोना की स्थिति इतनी भयावह हो गई की यहां हर तरफ हाहाकार मच गया है। चीन में हर दिन कोरोना के बढ़ रहे आंकोड़ो को देखते हुए भारत सरकार भी हाई अलर्ट मोड पर आ गई है। केंद्र की मोदी सरकार ने कोरोना के वापसी को लेकर अपनी कमर भी कस ली है। साथ ही सरकार ने कोरोना की नई लहर के खतरे को देखते हुए भारत में जल्द ही ” नेजल वैक्सीन ” भी लगने का फैसला किया है। भारत बायोटोक के नैजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। हालांकि ये इंट्रानेजल वैक्सीन फिलहाल प्राइवेट अस्पतालों में ही मिलेगी। कोरोना के खतरे से निपटने के लिए भारत सरकार ने अपनी तैयारियाों के दुरूस्त होने का दावा किया है। संसद में कल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुन मंडाविया ने बयान दिया और उन्होंने कहा कि देश कोरोना से निपटने के लिए एक बार फिर तैयार है। उन्होंने इस दौरान इंट्रानेजल वैक्सीन का भी जिक्र किया।
भारत में बनी नेजल वैक्सीन को मिली मंजूरी
कोरोना वायरस से अभी पूरा विश्व लड़ता दिख रहा है। कोरोना की लहर ने 2020 की तरह फिरसे अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। हाल में चीन में कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ता दिखा है, चीन में कोरोना ने स्वास्थ व्यवस्था को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। कोरोना के कहर को देखते हुए भारत हाई अलर्ट मौड पर है। गुरूवार को संसद में बैठक के दौरान कुछ अहम फैसले लिए गए है। क्रेंद सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए अपने सबसे बड़े हथियार को जल्द मैदान में उतारने का फैसला कर लिया है। दरअसल, भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन (Bharat Biotech Nasal Vaccine) को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। यह नाक में दी जाने वाली वैक्सीन है और अब नाक में दो बूंद डालने से ही कोरोना बेअसर हो सकता है। इस वैक्सीन को आज यानी शुक्रवार से टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा रहा है और कोवैक्सीन और कोविशील्ड ले चुके लोग भी इस वैक्सीन को ले सकते हैं।
ऐसे दी जाएगी खुराक
नेजल वैक्सीन को नाक के जरिये स्प्रे करके दिया जाता है। जिस कारण टीका लगाने से डरने वालो लोगो के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हे बिना किसी दर्द के वैक्सीन लग सकती है। बता दे की, नेजल वैक्सीन की हर व्यक्ति को जल्द ही दी जाएगी, क्योंकि कोरोना की महामारी खत्म नहीं हुई है। कोरोना अपने नए रूपों में हर साल सामने आ रहा है। जिस कारण भारत पहले से ही खुद को तैयार कर रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को ही राज्यसभा को बताया था कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों नेजल (नाक से लेने वाले) कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी थी। पवार ने एक लिखित जवाब में कहा कि टीका 28 दिनों के अंतराल में 0.5 मिलीलीटर की 2 खुराक में दिया जाना है। इस टीके को नाक के माध्यम से लिया जाता है।
बता दे कि इस वैक्सीन को भारत के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है। ये उनकी उपलब्धि है। नेजल वैक्सीन को मस्कुलर वैक्सीन से ज्यादा असरदार माना जाता है।