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हवन के दौरान नियमों का ध्यान रखना है जरूरी, वरना दस्तक दे देती हैं कई परेशानियां

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Hawan Karne Ke Niyam
Hawan Karne Ke Niyam

Hawan Karne Ke Niyam : प्राचीन काल से ही हिन्दू धर्म में पूजा-अर्चना, विधि-विधान और यज्ञ-हवन का बहुत ज्यादा महत्त्व रहा है। ऋषि-मुनि भी समय-समय पर यज्ञ-हवन करते रहते थे। माना जाता है कि हवन करने से वातावरण पवित्र हो जाता है। जबकि यज्ञ किसी खास उद्देश्य से किया जाता है, जिसके द्वारा देवी-देवताओं को विशेष आहुति दी जाती हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, घर में हवन करने से वातावरण शुद्ध होता है और कीटाणु भी नष्ट हो जाते हैं।

आमतौर पर हवन दो प्रकार के होते हैं। पहला है वैदिक और दूसरा है तांत्रिक। दोनों तरह के हवन कराने के लिए हवन कुंड, हवन सामग्री के साथ-साथ हवन कुंड की विधि और आहुति देते समय कई विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है। आज हम आपको उन्हीं कुछ विशेष बातों (Hawan Karne Ke Niyam) के बारें में बताएंगे।

ऐसी होनी चाहिए हवन कुंड की बनावट

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प्राचीन काल में, नदी के किनारे, मंदिर या ईशान कोण में बनी हवन कुंड की जमीन पर ही हवन करना शुभ माना जाता था। लेकिन अब ज्यादातर भक्तजन अपने-अपने घर में हवन (Hawan Karne Ke Niyam) कराते है। बता दें कि घर में दरार, टूटी या सर्प के बिल वाली जमीन पर कभी भी हवन नहीं कराना चाहिए।

हवन कुंड को निर्माण हमेशा तीन अलग-अलग रंग की सीढ़ियों में करना चाहिए। हवन कुंड की पहली सीढ़ी का रंग सफेद, दूसरे का लाल और अंतिम का काला रंग रखना शुभ होता हैं। माना जाता है कि तीनों सीढ़ियों में तीन अलग-अलग देवताओं का निवास होता है। पहले में विष्णु जी, दूसरी सीढ़ी में ब्रह्मा जी और अंतिम व तीसरी सीढ़ी में शिव जी का वास होता हैं।

हवन से जुड़े नियम

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हवन कुंड में आहुति देते समय, गुरु की आज्ञा का पालन करना चाहिए। हवन (Hawan Karne Ke Niyam) करते समय मन में भगवान का ध्यान लगाएं। गलत और बुरे विचारों को मन में न आने दें। गुटका, पान, शराब और तम्बाकू का सेवन करते समय हवन में बिल्कुल भी न बैठे। भगवान के प्रति श्रद्धा, भाव, निष्ठा और विश्वास के साथ हवन करें।

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।