बिहार के छपरा में जहरीली शराब ने कितनो की जान ले ली है। ये आकंडे हर दिन बढ़ रहे है। अब तक सारण जिले में लगभग 53 लोगों पर शराब का कहर बरसा है। वहीं कई लोग अस्पतालों में मौत से जंग लड़ रहे हैं, हालांकि इसके लिए एसआरटी की टीम गठित करके जांच के आदेश दे दिए हैं। इस मामले में पुलिस की छापेमारी जारी हैं और शराब के कारोबार से जुड़े 126 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही चार हजार लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है।
दरअसल, बिहार के छपरा में हहाकार का माहोल हर तरफ देकने को मिल रहा है। बीते 24 घंटे में जहरीली शराब के कारण दो दर्जन से ज्यादा लोग मौत के घाट उतर गए है। ये आंकड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक (मशरक) अस्पताल में सबसे ज्यादा मौत हुई, यहां का माहोल दुखीत है। अस्पताल में हर तरफ शव दिख रहे है। बीते कुछ दिनों से यहां के अधिकतर अस्पताल का यहीं हाल है। औसतन हर घंटे 4 मरीज अस्पताल पहुंच रहे थे। यहां के डॉक्टरों ने बताया की करोना काल में भी इतना गंभीर दृश्य यहां देखने को नहीं मिला था।
प्रशासन को माइकिंग कर लोगों को इलाज के लिए बाहर आने की करनी पड़ी अपील
शराब से हो रही मौतों ने अब जाकर प्रशासन की आंखे खोली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सारण जिले के सभी आला अधिकारी मशरख पहुंचे। हाई लेवल की मीटिंग हुई। प्रशासन की तरफ से माइकिंग कराने का फैसला लिया गया। सभी से ये अपील की जा रही है कि जिन्होंने भी शराब पी है और स्थिति बिगड़ी है वे अस्पताल जाकर अपना इलाज कराएं।
SIT को गठित कर दिए जांच के आदेश
दरअसल, इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इसमें 31 पुलिसकर्मी हैं। इतना ही नहीं मामले में मशरक पुलिस स्टेशन के SHO और एक स्थानीय चौकीदार को सस्पेंड कर दिया गया है। सारण के डीएम राजेश मीणा ने गुरुवार को कहा कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा, “हमने पिछले 48घंटों में जिले भर में सघन छापेमारी की है और 126शराब व्यापारियों को पकड़ा है। 4,000लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है।”प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में वे लोग शामिल हैं जो ताजा जहरीली शराब के मामले में सीधे तौर पर शामिल हैं, उन्होंने कहा कि “मामले की अभी भी जांच चल रही है और इस स्तर पर ज्यादा खुलासा करने से मामले में बाधा आ सकती है।”
पारिवारिक कार्यक्रम या थकान मिटाने के लिए किया था शराब का सेवन
मामले की जांच के बाद पता लगा है की शराब से मरने वाले सभी मशरक शहर के तीन किलोमीटर के दायरे के रहने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक, शराब की स्पलाई एक ही जगह से की गई थी। लेकिन लोगो ने अलग-अलग कार्यक्रमों में इसका सेवन किया था। कुछ मरीजों से पूछलाछ के बाद पता चला की किसी ने पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान शराब पी थी तो कोई दिनभर के काम की थकान मिटाने के लिए शराब पिया था। कई तो ऐसे भी थे जिन्हें नगर परिषद चुनाव में लड़ रहे प्रत्याशियों ने शराब पिलाई थी।