Sonia Gandhi B’day : कांग्रेस की प्रमुख नेता सोनिया गांधी आज यानी 9 दिसंबर को 76 वर्ष की हो गई हैं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की पत्नी सोनिया ने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उनका जीवन किसी एक दिलचस्प कहानी से कम नहीं है।
सोनिया गांधी, ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के बेटे राजीव से प्रेम किया था। उनसे शादी करने के बाद वह पहली बार भारत आई। शुरुआती दिनों में उन्होंने खुद को राजनीति से दूर रखने का फैसला किया था। लेकिन फिर एक समय के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने की ठानी। हालांकि उस समय उन्हें अच्छे से हिंदी भी बोलनी नहीं आती थी। लेकिन अब वह कांग्रेस की सबसे प्रभावशाली नेता मानी जाती हैं। उनका यह दर्जा अब तक कायम है।
पति की मौत के बाद हुआ राजनीति में आगमन
9 दिसंबर 1946 को इटली के लुसियाना में जन्मी सोनिया माइनो फ्लाइट अटैंडेंट बनना चाहती थी। इसके लिए वह कैम्ब्रिज में पढ़ाई करने गई थी। कैम्ब्रिज में ही उनकी मुलाकात राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) से हुई थी। वहीं पर दोनों को एक दूसरे से प्यार हुआ और भारत आकर दोनों ने शादी की।
राजीव गांधी का बचपन से ही सपना था कि वह पायलट बने। लेकिन वर्ष 1981 में छोटे भाई संजय गांधी (Sanjay Gandhi) की मौत के बाद वह राजनीति में आए। हालांकि सोनिया गांधी खुद भी नहीं चाहती थी कि वह (Rajiv Gandhi) राजनीति में आए लेकिन वह उन्हें रोक नहीं सकी। साल 1984 में इंदिरा गांधी की मौत के बाद, राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने। उसके बाद करीब सात साल बाद राजीव गांधी की भी मौत हो गई।
इसके बाद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने राजनीति से किनारा कर लिया था। लेकिन वह ज्यादा साल तक राजनीति से दूर नहीं रह सकी और अपने परिवार की विरासत बचाने के लिए उन्होंने 1997 में कांग्रेस ज्वाइन की। उसके एक साल बाद वह कांग्रेस पार्टी की मुखिया बन गई।
प्रधानमंत्री पद को ठुकराया
वर्ष 2004 में सोनिया गांधी को देश का प्रधानमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया। लेकिन विदेशी मूल की नागरिक होने के कारण उन्हें विरोध झेलना पड़ा। हालांकि वह उस समय गठबंधन की नेता और नेशनल एडवाइजरी काउंसिल की प्रमुख बनी रही थी। सोनिया गांधी अपने करियर में कई परिषदों की प्रमुख रही हैं।
लेकिन अब धीरे-धीरे सेहत के कारण, राजनीति में उनकी सक्रियता कम होने लगी है। साल 2017 में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया था। अब कांग्रेस को उनके बेटे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) संभल रहें हैं। बहरहाल तमाम समालोचना के बाद भी पार्टी में उनका दबदबा कम नहीं हुआ है। आज भी पार्टी में उनको (Sonia Gandhi) बहुत ज्यादा सम्मान और मान दिया जाता हैं।