मध्य प्रदेश के शहडोल से बड़ी खबर सामने आई है। यहां चोरों को चोरी करना बहुत भारी पड़ गया। दरअसल, यहां कुछ युवक चोरी के इरादे से बंद पड़ी एक कोयला खदान में देर रात जा घुसे लेकिन कोई भी व्यक्ति खदान से जिंदा नहीं लौटा। पुलिस के मुताबिक, सभी युवकों की खदान में दम घुटने से मौत हो गई। अभी तक पुलिस ने 7 शवों को बरामद कर लिया है। पुलिस व कॉलरी की रेस्क्यू की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला है। खदान में अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है।
चोरी पड़ी भारी
यह लाश उगलने वाली खदान मध्यप्रदेश जिले में सालों से बंद पड़े साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की है। इस खदान में दम घुटने से 7 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि, सातों युवक लोहा चोरी करने के लिए पक्की दीवार तोड़कर माइंस के अंदर घुसे थे। लेकिन कोई भी कोयला खदान से निकलने में कामयाब नहीं हो सका। इसके बाद देर रात पुलिस व कॉलरी की रेस्क्यू की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला। इस घटना की जानकारी खदान के बाहर पहरेदारी कर रहे जीवित बचे युवकों ने पुलिस को दी। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फौरन टीम बनाकर रेस्क्यू अभियान शुरू किया। पुलिस ने बताया कि यह युवक कोयला चुराने के मकसद से खदान में घुसे थे। इसी दौरान जहरीली गैस की वजह से इनकी जान चली गई।
खदान ने उगले 7 शव
26 जनवरी की रात आदतन चोरी करने वाले 8 युवकों का समूह बंद हो चुकी धनपुरी यूजी खदान में कबाड़ चोरी करने के उद्देश्य से पहुंचा। खदान के एक मुहाने से 5 युवक और दूसरे मुहाने से 3 युवक खदान के अंदर घुसे। पहले समूह के पांच में से एक युवक बाहर आकर पहरेदारी करने लगा। जब काफी देर हो गई तो उसे अंदर गए दोस्तों की कोई आहट नहीं मिली तो वह घबरा गया। जिसके बाद उसने सारा मामला पुलिस को बताया, फिर स्थानीय कोयला खदान की बचाव टीम और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची। इसके बाद बचाव अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि टीम ने सबसे पहले मुहाने को तोड़कर बड़ा दरवाजा बनाया और उसके बाद जब टीम अंदर गई तो वहां एक दीवार सी नजर आई, फिर उसके बाद उस दीवार को भी तोड़ा गया। करीब पांच घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद खदान से तीन शवों को बाहर निकाल लिया गया। शवों को बाहर निकाले का सिलसिला लम्बा चला और आखिर में SECL की टीम ने सभी 7 शवों को खदान से बाहर निकाल लिया।