18th Loksabha Session : 18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नये संसद भवन के परिसर में मीडिया को सम्बोधित करते हुए अपने सभी नए सांसदों का पुरे दिल से स्वागत किया है। एक तरफ जहाँ मोदी ने नये संसद के इमारत में शपथ ग्रहण को लेकर खुशी जताई। वही दूसरी तरफ कांग्रेस के टाइम में हुए आपातकालीन की घटनाओं को याद करते हुए विपक्ष पर तंज भी कसा हैं। आगे मोदी ने कहा कि आज वैभव का दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद में यह शपथ हो रहा है, अब तक ये प्रक्रिया पुराने संसद में होती थी। आज के इस महत्वपूर्ण दिन पर मैं सभी नव निर्वाचित सांसदों का स्वागत करता हूं सबका अभिनंदन करता हूं और सबको शुभकामनाएं देता हूं।
प्रधानमंत्री ने आपातकाल को लेकर बात करते हुए कहा कि कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि कुछ लोगों ने परिवारवाद के लिए भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था, संविधान के हर हिस्से की धज्जियां उड़ा दी गई थीं, देश को आज तक के इतिहास का सबसे बड़ा जेलखाना बना दिया गया था। लोकतंत्र को पूरी तरह दबा दिया गया था।
मोदी ने कहा कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके, जो 50 साल पहले किया गया था। हम सभी 140 करोड़ देशवासी मिल कर ये संकल्प लेंगे कि अपने संविधान, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते रहेंगे। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे कि 25 जून जैसा कलंक इस देश पर फिर से कभी भी लगने नहीं देंगे। जो लोग पुरे चुनाव प्रक्रिया में एक सविधान को लेकर घूम रहे थे, जरा उनसे पूछिए की 25 जून को उनका सविधान के प्रति प्रेम कहां गया था। जब इनके ही परिवार के कुछ लोग पुरे सविधान को निस्तेनाबूत कर रहे थे। इस देश के इतिहास पर एक न मिटने वाली कलंग लगा गए हैं। जिसका ऋण अभी तक देश की जनता चूका रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि संसद का ये गठन भारत के सामान्य मानवी के संकल्पों की पूर्ति का है। नए उमंग, नए उत्साह के साथ नई गति, नई ऊंचाई प्राप्त करने का ये अवसर है। आने वाले 2047 तक भारत को विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य लेकर आज 18वीं लोकसभा का प्रारंभ हो रहा है।
18वीं लोकसभा चुनाव पर बात करते हुए मोदी ने कहा कि हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से, बहुत ही गौरवमय तरीके से संपन्न हुआ हैं। ये चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया कि करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया था। आजादी के बाद दूसरी बार देश की जनता ने किसी सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है।
आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में बीजेपी ने हमेशा एक परंपरा का पालन करने का प्रयास किया है। इस देश में सरकार चलाने के लिए बहुमत की आवश्यकता होती है। इस देश को चलाने के लिए सर्वसम्मति की बहुत जरुरत हैं। इसलिए हमारा निरंतर प्रयास रहेगा कि हम मां भारती की सेवा करें और 140 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं पर खरे उतरे। हम अपनी सविधान की मर्यादा को बनाये रखने के लिए जान भी दे देंगे।