टी-20 मैच में कोई भी क्रिकेट टीम अमूमन 5 से 6 खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवाता है। ये खिलाड़ी गेंदबाज के रूप में टीम में चयनित होते हैं। बल्लेबाजों का अलग रोल होता है पर हाल ही के एक मैच में एक टीम ने पुरे 11 खिलाड़ियों से गेंदबाजी करायी। फिर भी मैच को जीत नहीं पाए। टी–20 विश्व कप में कुल 16 टीमें 16 अक्टूबर से आपस में भिड़ेंगी। उससे पहले टीमों को प्रैक्टिस मैच चल रहा है जिसमे मंगलवार को श्रीलंका vs जिम्बाब्वे के बीच मैच खेला गया।
श्रीलंका ने जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले खेलते हुए 5 विकेट पर 188 रन का स्कोर खड़ा किया है। कड़ी मशक्कत करने क बाद कुसल मेंडिस ने अर्धशतक जड़ा। पर ख़ास बात यह है कि मैच में जिम्बाब्वे ने कुल 11 गेंदबाजों को आजमाया पर सभी रन रोकने में नाकामयाब रहे। फिर भी श्रीलंका ने एक सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। जवाब में जिम्बाब्वे की टीम 5 विकेट पर 155 रन ही बना पाई। इस तरह के 11 खिलाड़ियों का प्रयोग, गेंदबाजी में करना सबको चौंका दिया है।
इस मैच में भी श्रीलंका के प्रमुख गेंदबाज वानिंदु हसारंगा ने कमाल कर दिखाया। लगभग 231 के स्ट्राइक रेट से 44 रन बनाये। वही गेंदबाजी में आज कोई विकेट नहीं ले पाए। एशिया कप में इनका शानदार प्रदर्शन ट्रॉफी जीतने में काफी कारगर साबित हुई थी। गेंदबाजी के साथ-साथ ये अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेते है। यहीं कारण है कि श्रीलंका इनपर ज्यादा निर्भर होती है।