
मध्य प्रदेश : तीन दोस्तों की डूबने से मौत परिवार में पसरा मातम
MP Crime: 14 मई को मध्य प्रदेश के हरदा जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां अचनाल नदी के पेढ़ी घाट पर नहा रहे तीन दोस्तों की डूबने से मौत हो गई। डूबते समय तीनों की चीख-पुकार से स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। लेकिन, जब तक लोग मदद के लिए आते तब कर काफी देर हो चुकी थी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद तीनों दोस्तों के शवों को नदी से बाहर निकाला। फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
9वीं के छात्र थे मृतक
मृतकों की पहचान करने में पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि, मृतकों के जेब से मिले फोन की मदद से उनकी पहचान हो पाई है। तीनों नाबालिगों ने हाल ही में 9वीं की परीक्षा दी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तीन किशोर गुप्तेश्वर मंदिर क्षेत्र के पेढ़ी घाट पर गए थे। वे तैरने के लिए अजनाल नदी में उतर गए। नहाने के दौरान तीनों गहरे पानी में डूबने लगे। जिसके बाद तीनों नाबालिगों के चिखने की आवाज सुनाई पड़ी। उनकी चीख पुकार सुनकर क्षेत्र के लोग सहम गए। उसकी आवाज सुनकर कुछ लोग उसे बचाने के लिए पानी में दौड़े। हालांकि, जब तक वे पहुंचे, तब तक किशोर डूब चुके थे। लोगों ने आनन फानन में उन्हें बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी।
जेब से निकले मोबाइल के बिल से हुई पहचान
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों के मृतकों के बारे में पूछा, लेकिन किसी ने उन्हें नहीं पहचाना। इसी बीच एक युवक की जेब से गुप्त मोबाइल दुकान का बिल निकला। इसी आधार पर पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क किया। पुलिस की बात सुनते ही परिजन बोखला गए। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पहुंचाया। पहुंचे परिजनों ने किशोरी की पहचान की। परिजनों के मुताबिक मरने वालों में सोनू बघेल, तिलक चोरे और मोहित बामने थे। वे सभी एक दूसरे के दोस्त थे।
तीन नाबालिग दोस्तों की नदी में डूबने से मौत
परिजनों के अनुसार तीनों दोस्त हिवाला गांव के रहने वाले हैं। मोहित और तिलक ने हाल ही में 9वीं कक्षा पूरी की है। वह 13 मई को कैटरिंग का काम करने हिवाला गांव से बस से हरदा आया था। तीनों खेती या मजदूर परिवारों से थे। हरदा के एसडीएम महेश बमन्हा के मुताबिक तीनों मृतकों के परिजनों को सरकारी नियमानुसार चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। एसडीओपी अर्चना शर्मा के मुताबिक तीनों मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को लौटा दिए गए हैं।
नदियां बनी कई मौत का कारण
हरदा जिले में मूंग सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ा जा चुका है। यह पानी खेतों और नालों से नदियों में प्रवेश कर गया है। नतीजतन, नदियां उफान पर हैं। हरदा क्षेत्र में पिछले 22 दिनों में तीन हादसे हो चुके हैं। इससे आठ किशोरों की मौत हो गई है। पहले 23 अप्रैल को तीन दोस्त निखिल, चंदन और मोहित बिछोला गांव के पास अजनाल नदी में नहाने के दौरान डूब गए। 24 अप्रैल को रूपीपरेटिया टोला के दो लड़के अरबाज और दुर्गेश की अजनाल नदी में डूबकर मौत हो गई थी। उसके बाद 14 मई को पेड़ी घाट के पास अजनाल नदी में नहाते समय तीन साथियों की मौत हो गई थी।