कर्नाटक में बजरंग दल के साथ RSS पर भी बैन लगाएगी कांग्रेस? प्रियांक खड़गे ने दिया बड़ा बयान, कहा- शांति भंग हुई तो…

priyank kharge statement

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की सत्ता में वापसी हो गई है। राज्य में नए मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया ने शपथ भी ले ली। कांग्रेस की सरकार कर्नाटक में बनते पार्टी अपने चुनावी वादे पूरा करने में जुट गई है। शपथ ग्रहण समारोह के बाद हुई पहली बैठक में ही सिद्धारमैया ने चुनाव के दौरान जनता से किए पांच वादों को पूरा करने पर अपनी मुहर लगा दी।

प्रियांक खड़गे का बड़ा बयान

हालांकि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। इसके बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या कांग्रेस कर्नाटक में बजरंग दल पर बैन लगाएगी? इस पर अब सिद्धारमैया की सरकार में मंत्री बने और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने बड़ा बयान दिया है। प्रियांक खड़गे ने कहा कि अगर राज्य की शांति भंग होती है तो उनकी सरकार बजरंग दल और आरएसएस जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा देगी।

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दरअसल, प्रियांक खड़गे से राज्य में PFI और बजरंग दल पर बैन पर कांग्रेस के रुख के मद्देनजर आरएसएस के बारे में पूछे गया। इस पर उन्होंने कहा कि कोई भी संगठन, धार्मिक, राजनीतिक या सामाजिक, जो असंतोष और अशांति के बीज बोएंगे कर्नाटक में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने कर्नाटक को स्वर्ग बनाने का वादा किया है। अगर शांति भंग होती है तो हम विचार भी नहीं करेंगे कि यह बजरंग दल है या आरएसएस है। जब भी कानून हाथ में लिया जाएगा, बैन लगा दिया जाएगा। प्रियांक खड़गे ये भी बोले कि सरकार हिजाब, हलाल कट और गोवध कानूनों पर प्रतिबंध वापस लेगी। इसके साथ ही उन्होंने BJP को ये सलाह की कि अगर BJP नेतृत्व को यह अस्वीकार्य लगता है, तो वे पाकिस्तान जा सकते हैं।

बजरंग दल पर बैन के वादे पर छिड़ा था विवाद 

गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया था। कांग्रेस के इस वादे पर चुनाव के दौरान बड़ा बवाल खड़ा हो गया। बीजेपी और RSS के द्वारा इसी काफी आलोचना की थी और चुनाव में ये बड़ा मुद्दा भी बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा इसको लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था और कहा था कि पहले कांग्रेस ने भगवान राम को बंद किया और अब उन्होंने जय बजरंगबली का नारा लगाने वालों को बंद करने की कसम खाई है। ये देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस को भगवान राम से दिक्कत थी और अब उसे बजरंगबली की जय कहने वालों से दिक्कत है।

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