UPSC एग्जाम की तैयारी में क्या है टेस्ट सीरीज का महत्व

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यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे कठिन और मुश्किल परीक्षा माना जाता है। हर साल लाखों छात्र यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करते हैं, लेकिन सफलता कुछ के ही हाथ लगती है।  क्या है यूपीएससी की परीक्षा में कामयाबी हासिल करने का मंत्र

यूपीएससी एग्जाम के तीन स्टेप होते हैं। पहला – प्रीलिम्स, दूसरा- मेंस एग्जाम और तीसरा इंटरव्यू राउंड। यूपीएससी की तैयारी के दौरान बच्चों से कहा जाता है पढ़ाई पर पूरा फोकस करो और टेस्ट सीरीज को ज्वाइन करो। आखिरकार क्यों यूपीएससी एग्जाम के दौरान टेस्ट सीरीज महत्वपूर्ण हैं और ये रैंकिंग को इंप्रूव करने में कैसे मदद कर सकती है। आइए जानते हैं इन सवालों का जवाब।

टेस्ट सीरीज का महत्व क्या है?

यूपीएससी एग्जाम में ऐसे लोग भी शामिल होते हैं, जिनमें प्रतिभा और ज्ञान की कमी नहीं होती है। सब कुछ जानने के बाद भी कई बार छात्र यूपीएससी एग्जाम को पास नहीं कर पाते हैं। इसका मुख्य कारण होता है प्रेशर में चीजों को समझ न पाना। सिविल सर्विस की तैयारी के बाद टेस्ट सीरीज ज्वाइन करने से अभ्यर्थियों को कम वक्त में ज्यादा प्रश्नों का उत्तर देने की प्रैक्टिस करने में आसानी होती है।

एक वास्तविक परीक्षा जैसे पर्यावरण में टेस्ट सीरीज करने से छात्रों के अंदर आत्मविश्वास जागता है।

टेस्ट सीरीज की प्रैक्टिस के दौरान अभ्यर्थियों को इस बात का अंदाजा लग जाता है कि उन्हें क्या छोड़ना और क्या चुनना है, ताकि नेगेटिव मार्किंग से बचा जा सके। यूपीएससी की तैयारी के दौरान टेस्ट सीरीज छात्रों को इस बात की समझ क्लियर हो जाती है कि आपको कैसे तैयारी करनी है और एग्जाम के दौरान किन चीजों को करने से बचना है।  कई बार लोग दबाव में होने पर अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हैं। टेस्ट सीरीज के दौरान छात्र एग्जाम में कितना और क्या-क्या कवर कर पाएंगे इसका अंदाजा लगा पाने में आसानी होती है।

क्या टेस्ट सीरीज रैंकिंग इंप्रूव करने में मदद कर सकता है?

ये तो बात तो जगजाहिर है कि एग्जाम का पैटर्न और बार-बार उसकी तैयारी करने से विषय पर पकड़ मजबूत होती है। लगातार टेस्ट सीरीज की प्रैक्टिस करने से मेन एग्जाम के दौरान प्रेशर झेलने और कम वक्त में सवालों को सॉल्व करने की क्षमता अभ्यर्थियों में विकसित होती है, जिससे रैंकिंग इंप्रूव हो सकती है। मानव के इस गुण का श्रेय उनके मूलभूत अस्तित्व की प्रवृत्ति को दिया जा सकता है। यह आपको तेजी से सीखने और अवधारणाओं को बेहतर ढंग से अवशोषित करने में मदद करता है। इसके अलावा आप अपनी गलतियों से भी बहुत कुछ सीखते रहते हैं। गुणवत्ता वाले नकली परीक्षण के अभ्यास से आपको यूपीएससी पैटर्न को बेहतर तरीके से जानने में सहायता मिलेगी। क्योंकि जब आपको परीक्षा पैटर्न की बेहतर समझ होगी तो आपको आपकी वास्तविक स्थिति भी पता चल जाएगी कि आपकी तैयारी का क्या स्तर है।

उच्च अंक प्राप्त करने के लिए

सभी यूपीएससी टॉपर्स टेस्ट सीरीज के महत्व पर सह मत हैं क्योंकि इनका अभ्यास आपको परीक्षा में आने वाले प्रश्नों को समझने और उन्हें हल करने की क्षमता का विकास करता है। एक सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी है कि मॉक टेस्ट से आपको समय प्रबंधन और परीक्षा के समय के दबाव से निपटने में मदद मिलती है। ये आपको वास्तविक परीक्षा देने के दौरान हो सकने वाली गलतियों का एहसास करने में भी सहायता करते हैं। प्रारंभ में आप अपनी गलतियों से सीख सकते हैं किन्तु वास्तविक परीक्षा में उन्हें दोहरा नहीं सकते हैं।

असफलता या उच्च अंक प्राप्त न कर पाने का एक प्रमुख कारण यह भी हो सकता है कि अभ्यर्थी परीक्षा के समय पर्याप्त रूप से सतर्क नहीं है या परीक्षा के समय उसका मस्तिष्क लगातार दो घंटे के लिए उपयोग करने में सक्षम नहीं होता पाता है। इस क्षमता को विकसित करने की आवश्यकता है कि आप लंबी अवधि के लिए अध्ययन करने का अभ्यास करें और ध्यान रहे कि यह यह एक मैराथन है, इसलिए तदनुसार तैयारी करें।

नकली परीक्षण के परिणामों को वास्तविक परीक्षा के लिये पूर्ण संकेतक के रूप न लें और अपने नकली परीक्षणों में कम स्कोर से हतोत्साहित न हों। सही मार्गदर्शन और उचित अध्ययन सामग्री से अध्ययन करें और आत्मविश्वास बनाए रखें।

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