Education: ग्रेडिंग प्रणाली समाप्ति की ओर, बाइनरी प्रणाली का जाएगी लागू

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Education:भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए विवादास्पद ग्रेडिंग प्रणाली को समाप्त किया जा रहा है। राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने इस महत्वपूर्ण निर्णय की घोषणा की थी। इसके जगह पर बाइनरी प्रणाली लागू की जाएगी। इस प्रणाली में दो किस्म के संस्थान आते है ,पहला मान्यता प्राप्त और दूसरा जिसने अभी मान्यता प्राप्ति के लिए आवेदन दिया हुआ है।

यह प्रणाली इस वर्ष के दिसंबर महीने से लागू हो जायेगे। इस प्रणाली व्यवस्था के अंतर्गत मान्यता प्राप्त कॉलेज को लेवल ऑफ़ एक्सीलेंस दिया जायेगा। जो क्रमश 1, 2, 3, 4 और 5 लेवल के होंगे। नई प्रक्रिया देश में एचईआई की विविधता पर विचार करेगी, उन्हें उनके अभिविन्यास/दृष्टिकोण और विरासत/विरासत के आधार पर वर्गीकृत करेगी, और फिर एचईआई से ऐसी जानकारी मांगेगी जो सभी के लिए एक आकार के बजाय उनकी श्रेणी के लिए उपयुक्त हो।

अधिकारी ने कहा, “मेंटरिंग और हैंडहोल्डिंग के माध्यम से ग्रामीण और दूरदराज के स्थानों के संस्थानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिटेशन काउंसिल के कार्यकारी परिषद् के चेयरमैन अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया की LOE में 1 ,2 ,3 ,4 ,नेशनल जबकि लेवल 5 इंटरनेशनल पद्धति पर होगा। एक विशेष कमेटी हर लेवल का एक मानक तय करेगी और इस मानक पर खरा उतरने वाला संस्थान 1 ,2 ,3 लेवल का होगा।

इन सभी मानक का लेवल इस प्रकार है , पेटेंट रिसर्च पब्लिकेशन, इनोवेशन प्लेसमेंट, समाज पर असर आदि बातें शामिल है। इसे पूरा करने वाला संस्थान को ही आवेदन करने की अनुमति मिलेगी। हर संस्थान का आवेदन के बाद उनके द्वारा किये गए दावों का सत्यापन किया जायेगा।

बाइनरी सिस्टम लागू होते ही मौजूदा 7 ग्रेड वाला शिक्षण प्रणाली समाप्त हो जायेगा। इसी साल के लास्ट महीने दिसंबर में सभी संस्थानों को अपने किये गए दावों के आधार पर लेवल ऑफ़ एक्सीलेंस हासिल करने का मौका मिलेगा।

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