FWICE On Boycott Trend: बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म पठान को लेकर मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। इस फिल्म के गाने में दीपिका पादुकोण के भगवा रंग की बिकिनी पहन अंग प्रदर्शन करने पर हिन्दू संगठन के समर्थकों का गुस्सा भड़क उठा है और वे इस फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। देशभर के कई राज्यों में लोग इस फिल्म को बॉयकॉट करने की मांग कर रहे हैं। अब लोगों के इस विरोध-प्रदर्शन के खिलाफ फिल्म फेडरेशन भी उठ खड़ा हुआ है और उन्होंने सरकार से इस मामले में कोई कदम उठाने की मांग की है।
@fwicemum strongly condemns the ongoing trend of #BoycottBollywood and seek immediate protection against the #hooliganism in #theaters and the #threats to the producers pic.twitter.com/XCBNKEGI3G
— Federation of Western India Cine Employees (@fwicemum) January 6, 2023
FWICE का बड़ा कदम
हाल ही में हिन्दू पठान फिल्म को लेकर देशभर के कुछ राज्यों में हिन्दू संगठन के समर्थकों का गुस्सा देखने को मिला है। बीते दिन कई राज्यों के थिएटर्स में घुसकर हिंदू समर्थकों ने जमकर हंगामा किया है और साथ ही साथ थिएटर्स के मालिकों को पठान फिल्म ना चलाने की धमकी भी दे डाली है। लोगों के इस हिंसक रूप को FWICE ने हाल ही में एक लेटर लिख सरकार से इस बॉयकॉट ट्रेंड को रोकने की अपील की है।
FWICE का पोस्ट
FWICE ने ट्विटर पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि, FWICE इन दिनों चल रहे #बॉयकॉट बॉलीवुड ट्रेंड की कड़ी निंदा करता है और थिएटर्स में गुंडागर्दी और प्रोड्यूसर को धमकियों के खिलाफ सरकार से तत्काल सुरक्षा की मांग करता है। इसी के साथ उन्होंने सरकार को लिखा हुआ लेटर भी अटैच किया है। हालांकि उनके इस पोस्ट पर भी यूजर्स उन्हें धर्म विरोधी फिल्म ना बनाने की सीख देते नजर आ रहे हैं।
FWICE ने कही ये बात
FWICE ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि फिल्मों से सिर्फ सितारे ही नहीं, बल्कि लाखों छोटे वर्कर्स और टेक्नीशियन की रोजी-रोटी जुड़ी होती है। ऐसे में फिल्मों का बायकॉट करना इंडस्ट्री में काम करने वाले लाखों लोगों के रोजगार को प्रभावित करता है।
इसके आगे उन्होंने सेंसर बोर्ड का जिक्र करते हुए लिखा, एक फिल्म को बनने के बाद सेंसर बोर्ड की नजर से गुजरना होता है और तब जाकर फिल्म को सर्टिफिकेट मिलता है। ऐसे में अगर किसी को फिल्म से शिकायत है तो इसके लिए सेंसर बोर्ड को लिखा जा सकता है और हिंसक रास्ता अपनाने के बजाए सेंसर बोर्ड से कंप्लेन करनी चाहिए।
अपनी रिपोर्ट में उन्होंने आगे लिखा कि अगर किसी को किसी फिल्म से नाराजगी है तो और इस वजह से वे लोग फिल्म को बॉयकॉट कर रहे हैं तो हम उनका समर्थन करते हैं, लेकिन बिना किसी वजह के पूरे बॉलीवुड के बॉयकॉट करना अस्वीकार्य है और हम इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे।