Check Mustard Oil Purity : खाना बनाने में अधिकतर लोग सरसों के तेल का इस्तेमाल करते है। सरसों का तेल स्वास्थ के साथ-साथ स्वाद में भी खाने में अच्छा माना जाता है। हालांकि शरीर में दर्द होने पर कुछ लोग इससे मालिश भी करते है। बाजार में कई अन्य खाद्य तेल उपलब्ध होने के बावजूद भी सरसों के तेल की मांग में गिरावट की जगह वृद्धि हुई है। कई अध्ययनों में भी पाया गया है कि सरसों का तेल स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होता है लेकिन पिछले कुछ सालों में सरसों के तेल में मिलावट बढ़ गई है, जिससे इसकी पौष्टिकता, शुद्धता और गुणवत्ता बहुत खराब हो जाती है। ज्यादातर तेल में आर्गेमोन तेल की मिलावट की जाती है, जिसमें जहरीला पॉलीसाइक्लिक पाया जाता है, जिसे सेंगुइनारिन भी कहते हैं।
इन आसान उपाय से लगाएं पता
बता दें कि सरसों के तेल को इस्तेमाल करने से पहले घर में ही कुछ आसान तरीकों से पता चल जाएगा कि तेल में मिलावट है या ये शुद्ध है।
फ्रिज में रखकर करें चेक
कटोरी में तेल को करके उसे फ्रिज में थोड़ी देर के लिए रख दें और कुछ घंटों बाद इसे निकाल लें। अगर फ्रिज में रखा तेल जम जाता है या इसमें सफेद धब्बे आ जाते है तो पक्का ये मिलावटी तेल है क्योंकि शुद्ध सरसों का तेल कभी-भी जमता नहीं है।
सुगंध से करें पहचान
सरसों के तेल की शुद्धता की असली पहचान उसकी खूशबू से है। असली सरसों के तेल की सुगंध बहुत तेज होती है और जिसमें मिलावट होती है उसकी गंध हल्की और अजीब सी हो जाती है। इसके अलावा तेल की कुछ बूंदे लेकर हथेलियों पर रगड़ें। अगर तेल से रंग छूटे तो ये तेल मिलावटी है।
टेस्ट ट्यूब से करें चेक
इसके लिए सबसे पहले सरसों के तेल की कुछ बूंदें टेस्ट ट्यूब में डाल दें और फिर उसमें नाइट्रिक एसिड की कुछ बूंदें डालें। इसके बाद इसे अच्छे से मिलाए और गर्म करें। अगर इसका रंग बदलता है और ये लाल रंग का हो जाता है तो इसका मतलब है कि तेल में मिलावटी की गई है।
रंग से करें पहचान
सरसों का तेल असली है या नकली, इसका पता लगाने के लिए हाथों में थोड़ा तेल लेकर उसे अच्छे से रगड़े। शुद्ध सरसों का तेल काफी गहरे रंग का होता है लेकिन इसके रगड़ने के बाद इससे कोई रंग निकले, रंग हल्का पीला नजर आए या केमिकल की बदबू आए तो जान जाइये इस तेल में मिलावट की गई है।