Facts About Shivling: सनातन धर्म में भगवान शिव को जगत का पालनकर्ता माना जाता हैं। शिवलिंग पर जल चढ़ाने का विधान युगों से चला आ रहा हैं। ऐसा माना जाता हैं की शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं। ये तो हम सब जानते हैं की शिवलिंग पर जल चढाने से भगवान शिव की कृपा तो मिलती हैं लेकिन ये बात बहुत कम लोग जानते हैं की शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भगवान शिव के साथ अन्य सभी देवी-देवतायो की भी कृपा मिलती हैं।
एक शिवलिंग पर भगवान शिव के साथ और भी देवी-देवतायो का भी स्थान होता हैं। शिवलिंग पर भगवान शिव का परिवार तो विराजमान होता हैं साथ ही सभी देवी-देवता भी विराजमान होते हैं। जानते हैं शिवलिंग पर कौन से भगवान का कौन सा स्थान हैं।
भगवान गणेश
शिवलिंग पर जब जल चढ़ाया जाता हैं। जिस जगह से जल बहकर जाता हैं उसे जलाधारी कहते हैं। शिवलिंग के सामने जलाधारी के दाए यानि सीधे तरफ जो हिस्सा होता हैं वहाँ भगवान गणेश विराजमान होते हैं।
कार्तिकेय – जलाधारी के बाये हिस्से यानि उलटी तरफ भगवान कार्तिकेय का स्थान होता हैं। कह सकते हैं की भगवान गणेश के ठीक सामने वाले हिस्से पर भगवान कार्तिकेय का स्थान होता हैं।
अशोक सुंदरी
भगवान शिव की एक बेटी भी थी जिनका नाम था अशोक सुंदरी। शिवलिंग के ठीक सामने जहां से जल बहकर आता हैं वह एक जो जगह होती हैं वहाँ अशोक सुंदरी जी विराजमान हैं।
ये भी पढ़ें : Sawan Shivratri 2024 Date and Puja Vidhi : जानिए कब है सावन शिवरात्री और किस तरह करें महादेव की पूजा
माता पार्वती
जहां शिवलिंग स्थापित होता हैं उसके आस-पास जो गोलाकार जगह होती हैं उसे माता पार्वती का हस्तकमल कहते हैं। वह जगह माता पार्वती का स्थान होता हैं। वेद और पुराणों के अनुसार शिवलिंग माता पार्वती के हस्तकमल पर स्थापित हैं।
भगवान शिव की विषकन्या
भगवान शिव की 5 विषकन्या भी थी जिनका जन्म माता पार्वती और भगवान शिव से ही हुआ था। शिवलिंग के ऊपर जो कलश होता हैं जिसमे से हर समय निरंतर जल टपकता रहता हैं। उस कलश में भगवान शिव की 5 विषकन्या का स्थान होता हैं।
33 कोटी देवी – देवता
शिवलिंग पर शिव परिवार के साथ-साथ 33 कोटी देवी-देवता भी विराजमान होते हैं। शिवलिंग पर जब जल चढ़ाया जाता हैं। तो शिवलिंग का आखिरी हिस्सा जहां से जल नीचे गिरता हैं उस जगह बिल्कुल किनारे पर सभी 33 कोटी देवी-देवता विराजमान होते हैं।