Earthquake Facts : दुनिया में कई बार भूंकप की झटके आते रहते हैं। किसी-किसी जगह पर तो ये महीने में कई बार आते है। भूंकप से लोगों के बसे-बसाए घर, दुकान और सभी चीजे खत्म हो जाती हैं। हालांकि, इससे मरने वालों की संख्या भी कम नहीं है। हर वर्षो सैकड़ों लोगों की इससे जान जाती है। जमीन के अंदर मौजूद इंडियन प्लेन और यूरेशियन प्लेट में टकराव की वजह से Earthquake की घटनाएं होती हैं। कुछ सालों से तो इसकी घटनाओं में बहुत तेजी से वृद्धि हुई हैं।
इन जानवरों को है भूकंप का अनुमान
भूकंप, कुछ सेकेंड में ही सबकुछ तबाह कर देता हैं। हालांकि इतनी टेक्नोलॉजी के बाद भी Earthquake के आने का अनुमान पता नहीं लगाया जा सकता। अभी तक ऐसी कोई भी मशीन नहीं बनी है, जो अनुमान लगा सके कि कब Earthquake आएगा। हालंकि, धरती पर मौजूद कुछ जानवर भूकंप का सही अनुमान लगा सकते हैं। मेंढक, बिल्ली, मछलियां, सांपों और कुत्तों को इसका एहसास हो जाता हैं। भूकंप आने से कुछ सेकंड पहले इन्हें एहसास हो जाता है। इनको पता लगते ही ये बेचैन हो जाते हैं और असामन्य हरकतें करने लगते हैं।
जाने क्या कहते है वैज्ञानिक
कई वैज्ञानिक इस बात से सहमत नहीं है कि जानवरों को Earthquake का एहसास हो जाता है। हालांकि कुछ वैज्ञानिक इस पर 100% यकीन करते हैं। हाह ही, में फिर से की गई रिसर्च में पाया गया कि Earthquake का एहसास होते ही कई जानवर अपनी जगह से भाग जाते हैं। साथ ही उनमें एक बेचैनी भी देखी गई।
कैसे होता है एहसास
मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट ने अपनी रिसर्च में पाया कि, Earthquake आने से पहले पत्थरों पर दबाव पड़ता है, जिससे हवा में आयन घुल जाता हैं। जानवर अपनी त्वचा से आयरन की पहचान कर लेते हैं। इसके अलावा Earthquake आने से पहले क्वार्ट्ज क्रिस्टल से निकलने वाली गैसों को भी जानवर सूंघ लेते हैं और उन्हें Earthquake का एहसास हो जाता है। बता दें कि इंसानों के मुकाबले जानवरों की सुनने की शक्ति कई गुना ज्यादा होती है। इसलिए ये भूकंप की कंपन को महसूस कर लेते हैं।