Chhattisgarh Encounter News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गंगालुर थाना क्षेत्र के तोड़का इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। इस मुठभेड़ में आठ नक्सली मारे गए हैं। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं और उनके पास से इंसास रायफल और बीजीएल लॉचर समेत कई स्वचालित हथियार भी जब्त किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, अभी भी इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है और जवान लगातार इलाके को सुरक्षित करने में लगे हुए हैं। इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवान शामिल हैं। सुरक्षाबलों ने बताया कि इस मुठभेड़ में आठ से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है, जबकि कई नक्सली घायल भी हुए हैं। सुरक्षा बलों द्वारा पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि कोई भी नक्सली बचकर भाग न सके।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के ही नक्सल प्रभावित जिले गरियाबंद में भी सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल की थी। कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी जंगल में हुई मुठभेड़ में 14 नक्सली मारे गए थे। इस अभियान में सीआरपीएफ की कोबरा यूनिट भी शामिल थी। इस मुठभेड़ में कोबरा यूनिट का एक जवान घायल हुआ था, लेकिन सुरक्षा बलों ने कुल 14 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए थे और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भी जब्त की थी।
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बीजापुर की ताजा मुठभेड़ को सुरक्षाबलों की एक और बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस कार्रवाई से इलाके में नक्सलियों के प्रभाव को कमजोर करने में मदद मिलेगी। सुरक्षाबलों की यह रणनीति है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार दबाव बनाए रखा जाए, जिससे नक्सली संगठनों को पीछे हटने के लिए मजबूर किया जा सके।
बीजापुर जिले में हुए इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं। पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी नक्सली बचकर भाग न पाए। पुलिस और सुरक्षाबलों का कहना है कि जब तक पूरी स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती, तब तक अभियान जारी रहेगा।
इस मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों में भी सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ा है। राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर यह प्रयास कर रही हैं कि नक्सल प्रभावित इलाकों में कानून-व्यवस्था को मजबूत किया जाए और स्थानीय लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया जाए।
छत्तीसगढ़ के इन इलाकों में नक्सल विरोधी अभियान लगातार जारी हैं और सुरक्षाबलों को इन अभियानों में बड़ी सफलताएं भी मिल रही हैं। बीजापुर की इस हालिया मुठभेड़ ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सुरक्षाबल नक्सलवाद के खिलाफ पूरी तरह मुस्तैद हैं और देश की सुरक्षा के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।