Tragic incident of Lalpura: इटावा जिले के मोहल्ला लालपुरा में एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया। स्थानीय सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा की पत्नी और तीन बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जबकि मुकेश ने जान देने के लिए रेलवे ट्रैक का सहारा लिया। पुलिस और फोरेंसिक टीम द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में पारिवारिक कलह को घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है।
सामान्य दिन का अचानक बदलना
मुकेश के बड़े भाई अवधेश वर्मा के अनुसार, परिवार में सबकुछ सामान्य था। किसी तरह के तनाव या कलह के संकेत नहीं दिख रहे थे। शाम को नगर पालिका चौराहे पर मुकेश से उनकी मुलाकात भी हुई थी और तब तक सबकुछ सामान्य लग रहा था। मुकेश की बड़ी बेटी भाव्या को पढ़ाई के लिए कानपुर भेजा गया था, जबकि बाकी दोनों बच्चे वहीं पर पढ़ाई कर रहे थे। शाम तक सब ठीक दिख रहा था, लेकिन रात होते-होते सबकुछ बदल गया।
जानलेवा कदम और पुलिस की तफ्तीश |Tragic incident of Lalpura
रात लगभग 8:20 बजे, मुकेश ने अपनी पत्नी और बेटी के फोन पर एक दुखद स्टेटस डाला, जिसमें उसने लिखा कि अब सब खत्म हो गए हैं। इसके बाद उसने खुद को भी समाप्त करने के इरादे से 112 पर पुलिस को कॉल करके जानकारी दी कि उसकी पत्नी और बच्चों ने जहर खा लिया है और उसने फोन स्विच ऑफ कर दिया। पुलिस तुरंत जांच में जुट गई। इसी दौरान रेलवे स्टेशन के पास जीआरपी ने उसे ट्रैक पर जान देने की कोशिश करते हुए पकड़ लिया।
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घर में मिली मृतकों की स्थिति |Tragic incident of Lalpura
पुलिस रात 10 बजे मुकेश के घर पहुंची, जहां भूतल पर बने कमरे में मुकेश की पत्नी रेखा, बेटी भाव्या और बेटे अभीष्ट के शव पाए गए। जब पुलिस ने पहली मंजिल के कमरे का ताला तोड़ा, तो वहां उनकी दूसरी बेटी काव्या का शव भी पड़ा हुआ मिला। पुलिस को इस घटना में शक है कि मुकेश ने ही सबको जहरीला पदार्थ देकर यह कदम उठाया।
पारिवारिक कलह बनी कारण
प्रथम दृष्टया यह घटना पारिवारिक कलह का परिणाम मानी जा रही है। पूछताछ के दौरान मुकेश ने स्वीकार किया कि वह पारिवारिक विवाद से परेशान था, जिससे उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया। हालांकि, मुकेश के बड़े भाई अवधेश ने बताया कि परिवार में किसी तरह के विवाद के कोई संकेत नहीं थे। मुकेश ने भी कभी इस तरह की परेशानी जाहिर नहीं की थी।
फोरेंसिक जांच और पुलिस का शक
घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य इकट्ठे किए। पुलिस को अंदेशा है कि मुकेश ने ही अपने परिवार को जहर देकर खुद की भी जान देने की योजना बनाई थी। पुलिस द्वारा मुकेश को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है ताकि सही कारणों का पता चल सके। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पारिवारिक कलह के चलते घटना होने की संभावना है।
संयुक्त परिवार में रहते थे तीन भाई
मुकेश का परिवार लालपुरा में एक बड़े संयुक्त परिवार के रूप में रहता था। उनके तीनों भाई और उनके परिवार एक ही घर में रहते थे। पुलिस और आसपास के लोगों का कहना है कि परिवार में किसी भी तरह का बड़ा विवाद नहीं था। यह घटना परिवार और रिश्तेदारों के लिए असहनीय और अकल्पनीय है। इस घटना की सूचना से पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई।
समाज को संदेश
इस घटना ने एक बार फिर से पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव के घातक परिणामों को उजागर किया है। तनाव और विवादों का हल हिंसा और आत्महत्या में नहीं है। परिवारिक समस्याओं को बातचीत और समर्थन से हल करना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों। पुलिस घटना की गहराई से जांच कर रही है और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।