Wednesday, November 13, 2024
MGU Meghalaya
HomeअपराधकानूनJustice Sanjiv Khanna: एक सलाह जिससे जस्टिस संजीव खन्ना को पड़ गई...

Justice Sanjiv Khanna: एक सलाह जिससे जस्टिस संजीव खन्ना को पड़ गई भारी, जानें वह किस्सा

Justice Sanjiv Khanna: डी वाई चंद्रचूड़ शुक्रवार को चीफ जस्टिस के पद से रिटायर हो गए। 8 नवंबर को उनका लास्ट वर्किंग डे था। उनकी जगह जस्टिस संजीव खन्ना सोमवार को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। जस्टिस संजीव खन्ना दिल्ली में ही पैदा हुए और यहीं पले-बढ़े हैं। CJI का पद संभालने के बाद, जिस्टस संजीव खन्ना जहां एक और बड़ी जिम्मेदारी निभाने जा रहे हैं, वहीं इसका असर, उनके डेली रूटीन पर भी पड़ना लगभग तय है। उनकी डेली रुटीन को लेकर, एक ऐसी कहानी सामने आई है, जो सभी को हैरान कर दिया है।

संजीव खन्ना ने खुद सनाया किस्सा

दरअसल, संजीव खन्ना ने खुद यह किस्सा सुनाया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी सबसे प्यारी चीज को सदा के लिए छोड़ दिया है। जस्टिस खन्ना ने बताया कि अकेले सुबह की सैर करना उनकी सबसे पसंदीदा चीज थी, लेकिन एक बार कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने सदा के लिए इससे तौबा कर लिया। आइए जानते हैं वो आखिर कौन सी वजह थी जिसके चलते नए चीफ जस्टिस बनने वाले संजीव खन्ना को अपनी सुबह की सैर छोड़नी पड़ी।

सुबह की सैर को छोड़ना पड़ा

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने किस्सा सुनाते हुए बताया कि उन्हें अकेले सुबह की सैर करना बहुत पसंद था। हर सुबह न्यायमूर्ति खन्ना, लोधी गार्डन क्षेत्र और अपने घर के आसपास कई किलोमीटर अकेले पैदल चलते थे, यह मानते हुए कि कोई उन्हें नहीं पहचानेगा। पिछले महीने के अंत में अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति की अधिसूचना के बाद, उन्हें सलाह दी गई है कि वे सुबह की सैर के लिए एक सुरक्षाकर्मी के साथ जाएं। न्यायमूर्ति खन्ना ने इनकार कर दिया क्योंकि वे ऐसा करने के आदी नहीं थे। इसी के साथ उन्होंने सुबह की सैर पूरी तरह से छोड़ने का फैसला किया।

छह महीने का होगा कार्यकाल

भारत के नए सीजेआई बनने जा रहे जस्टिस खन्ना दिल्ली के हर कोने से बहुत परिचित हैं। उन्होंने बाराखंभा रोड के मॉडर्न स्कूल से स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की डिग्री हासिल की है। वह काफी शांत और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। बताया जाता है कि वह खुद उनके घरों तक गाड़ी चलाना पसंद करते हैं। वब कैमरों और प्रचार से दूर रहना पसंद करते हैं।

बता दें कि न्यायमूर्ति खन्ना का मुख्य न्यायाधीश के रूप में छह महीने का कार्यकाल होगा और वे 13 मई, 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।

ये भी पढ़ें: DY Chandrachud Retirement: CJI डीवाई चंद्रचूड़ अपने रिटायर से पहले इन मुद्दों पर सुना सकते हैं अहम फैसले

- Advertisment -
Most Popular