Javed Akhtar: भारतीय दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अपने शायरी और गानों के अलावा अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं। वो आए दिन किसी न किसी मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखते हैं और बेबाक बयान भी देते हैं।
जावेद अख्तर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और वह अक्सर अलग-अलग मुद्दों पर अपनी राय साझा करते रहते हैं। हाल ही में एक बातचीत के दौरान जावेद अख्तर ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली होने के बावजूद श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित को एक भी बड़ा किरदार नहीं मिला।
लेखक ने कही बड़ी बात
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान जावेद अख्तर और उनकी बेटी जोया अख्तर ने सिनेमा और पर्दे पर कहानी कहने के अंदाज को लेकर अपनी राय व्यक्त की है। इस दौरान उन्होंने महिला पात्रों के चित्रण और महिलाओं के बारे में समकालीन समाज की समझ पर भी बात की।
उन्होंने कहा, “लेखक समाज का हिस्सा है, जो उसी हवा में सांस लेता है। इसी तरह बेहतरीन किरदार मिलते हैं।” उन्होंने साहेब, बीवी और गुलाम में मीना कुमारी, मदर इंडिया में नरगिस और गाइड में वहीदा रहमान का उदाहरण देकर अपनी बात को स्पष्ट किया।
उन्होंने कहा कि समस्या तब पैदा होती हैं, जब नैतिकता स्पष्ट नहीं होती। जावेद ने श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों किसी भी एक्ट्रेस से कम प्रतिभाशाली नहीं थीं। उन्होंने कहा, “इन दो लड़कियों को देखिए श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित।
वे अपने समय की किसी भी तथाकथित नायिका से कम प्रतिभाशाली नहीं थीं, लेकिन क्या उन्हें कोई बड़ी भूमिका मिली? वजह ये नहीं थी कि कोई उनका दुश्मन था, लेकिन उस समय, समाज समकालीन महिला को लेकर स्पष्ट नहीं था।” जावेद ने आगे कहा कि हम अभी भी अंधेरे में भटकते हुए एक आधुनिक महिला को खोजने की कोशिश कर रहे हैं।
जोया की फिल्म को लेकर बोलें जावेद
जावेद अख्तर ने पिता के तौर पर खुलासा करते हुए कहा कि उनकी बेटी ने उनसे अनुरोध किया कि वो उनकी तारीफ ना करें। गीतकार ने कहा कि जोया को थोड़ी शर्मिंदा हो जाती हैं, जब उनके पिता उनकी तारीफ करते हैं। इस दौरान जावेद ने कहा कि केवल जोया की फिल्म में ही उन्हें समकालीन महिला को देखने का अवसर मिला है।
पिछले महीने वी आर युवा के शो बी ए मैन, यार में जावेद ने सिनेमा की आधुनिक महिलाओं के चित्रण पर विस्तार से चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जब कोई व्यक्ति वह दिखावा करता है, जो वह नहीं है तो वह अतिशयोक्ति होती है।