Ravi Dubey: टीवी जगत के जाने माने एक्टर रवि दुबे आज के समय में किया पहचान के मोहताज नहीं हैं। रवि एक टैलेंटेड और वर्सेलाइट एक्टर हैं। उन्होंने अपनी एक्टिंग के दम परल घर घर में अपनी पहचान बनाई हैं और ऑडियंस के दिलों पर राज किया हैं। वहीं हाल ही में वरी ने एक इंटरव्यू में अपने लाइफ के उस फेज के बारे में बताया, जिसमें उनको आत्महत्या के ख्याल आने लगे थे।
रवि दुबे को आने लगे थे सुसाइड के ख्याल
आपको बता दें कि हाल ही में रवि दुबे ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि आखिर कैसे कम उम्र में सुसाइड थॉट्स से जूझ रहे थे एक्टर ने कबूल किया और बताया कि कैसे उन्होंने आसानी से हार मान ली थी और कहा, “यह आपकी सरकमस्टेंसस की बात नहीं है, यह आपकी लाइफ कंडीशन की बात है। ये आपकी लाइफ फोर्स की बात है। इसलिए अगर आपकी जीवन शक्ति कमजोर है, तो बहुत हद तक इम्यून सिस्टम में छोटे से छोटा इंफेक्शन बहुत भारी हो सकता है लेकिन अगर आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत है तो आपकी शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली और आपकी आध्यात्मिक प्रणाली भी मजबूत रहती है तो सबसे बड़ा संकट भारी नहीं होगा आप बहुत ज्यादा फायदा ले सकेंगे। इसके बारे में तो यह पूरी तरह से जीवन शक्ति का मामला है।”
रवि ने आगे बताया “मुझे लगता है कि उस समय मेरी लाइफ फोर्स बहुत कमजोर थी, इसलिए यह फैक्ट नहीं था कि मैं इंजीनियरिंग में असफल हो रहा था, लेकिन मुझे लगा कि आगे कोई रास्ता नहीं है। मैंने सोचा कि मैं इंजीनियरिंग के लिए 4 साल दिए, और मेरे परिवार ने अपना समय और पैसा और उससे भी जरूरी मुझ पर उनका विश्वास।” एक्टर ने आगे कहा “मैं कॉलेज गया और बस मैकेनिकल रूप से कॉलेज गया, बस इतना ही, मैं वहां मौजूद नहीं हूं, मैं अपने ही दिमाग में हूं, मैं कहीं हूं, और मैं सटीकता के साथ यह भी नहीं बता सकता कि वह कहां है क्योंकि अगर मुझे पता चलता है तो मैं वास्तव में यह पता लगा पा रहा था कि मुझे अभी कहां जाना है। लेकिन मैं उस समय के दौरान लगातार एक धुंधले दिमाग के साथ एक ज़ोंबी की तरह चल रहा था और वह थोड़ा भारी हो गया था।” रवि ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, यूं तो लाइफ में मैंने काफी चीजें देखी लेकिन एक फेज ऐसा आया जब लगा सब खत्म हो गया। डिप्रेशन का वो फेज काफी मुश्किल था और उस दौरान सुसाइड का भी ख्याल आया।
सुसाइड थॉट से कैसे बाहर निकले रवि
रवि आगे बताते हैं कि सुसाइडल थॉट से बाहर आने में मेडिटेशन ने उनकी काफी हेल्प की। उन्होंने शांति की राह चुनते हुए लोगों से बात की। रवि कहते हैं कि उन्होंने अपनी प्रॉब्लम को फैमिली और दोस्तों से शेयर किया। इसके बाद उम्मीद नजर आई और सही रास्ता मिल गया।