दिल्ली के बजट को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर ये है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के बजट को मंजूरी दे दी है। इसके बाद दिल्ली का बजट जल्द ही पेश होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि 22 या 23 मार्च को बजट पेश किया जा सकता है।
बजट पर खड़ा हो गया था बवाल
इससे पहले मंगलवार को दिल्ली की राजनीति इसी बजट को लेकर गर्मा गई थी। इसको लेकर केजरीवाल और केंद्र सरकार आमने सामने आ गई थी। जहां एक ओर केजरीवाल सरकार बजट रोकने का आरोप लगाकर केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई थी। जबकि विज्ञापन खर्च समेत अन्य मुद्दों को लेकर गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था। इसी के चलते मंगलवार को दिल्ली का बजट पेश नहीं हो पाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली सरकार की ओर से 10 दिनों पहले बजट को मंजूरी देने के लिए केंद्र के पास भेजा गया था। बजट पेश करने के लिए 21 मार्च की तारीख तय की गई थी। दिल्ली सरकार के आरोप के अनुसार केंद्र सरकार जानबूझकर एक दिन पहले बजट पेश करने के लिए मंजूरी देने की जगह सवाल पूछने लगे।
वहीं गृह मंत्रालय के द्वारा केजरीवाल सरकार से स्पष्टीकरण मांगते हुए पूछा गया है कि बजट प्रस्ताव में विज्ञापन के लिए अधिक राशि क्यों आवंटित की? खबरों के मुताबिक गृह मंत्रालय का कहना है कि बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य विकास कार्यों के लिए अपेक्षाकृत कम राशि का प्रावधान किया गया है। मंत्रालय ने पूछा है कि इंफ्रास्ट्रक्चर से अधिक विज्ञापनों पर क्यों खर्च किया जाता है?
बताया गया कि 9 मार्च को उपराज्यपाल के द्वारा कुछ टिप्पणियों के साथ 2023-24 के वार्षिक वित्तीय विवरण को मंजूरी दी गई थी और फाइल मुख्यमंत्री को भेज दी गई। इसके बाद दिल्ली सरकार ने गृह मंत्रालय को पत्र भेजकर नियमों के तहत राष्ट्रपति से बजट की स्वीकृति मांगी। फिर 17 मार्च को गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को अपनी कुछ टिप्पणी से अवगत कराया था। इसी के कारण दिल्ली के बजट में पेंच फंस गया था।
दिल्ली सरकार ने दिया था ये जवाब
हालांकि दिल्ली सरकार का इस पर कहना था कि गृह मंत्रालय के द्वारा झूठ बोला जा रहा है। दिल्ली का बजट (Delhi Budget 2023) कुल 78800 करोड़ का है, जिसमें से इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 22 हजार करोड़ खर्च किए जाएंगे, जबकि विज्ञापन पर केवल 550 करोड़ का ही खर्च होगा। पिछले साल भी विज्ञापन के लिए इतने ही बजट का प्रावधान था। इसमें कोई वृद्धि नहीं की गई है।
इसको लेकर सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी और कहा कि प्लीज बजट को मत रोकिए। आप हम दिल्ली वालों से नाराज क्यों हैं? केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा है कि दिल्लीवाले आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहे हैं, हमारा बजट पास कर दीजिए।
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BJP की प्रतिक्रिया
BJP की तरफ से AAP के लगाए तमाम आरोप पर कहा गया कि सोमवार को पूरे दिन चली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट सत्र में कुछ नहीं कहा और रात में टीवी इंटरव्यू से लोगों को इस बारे में बताया। बीजेपी ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। कहा गया है कि केजरीवाल को 9 मार्च को उपराज्यपाल ने और 17 मार्च को गृह मंत्रालय ने बजट प्रस्ताव पर आपत्तियों से अवगत करा दिया था, लेकिन उन्होंने उन आपत्तियों को दूर नहीं किया और अब वो दिल्ली की जनता को धोखा देने के लिए विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं।”