भारत सरकार ने 2 जनवरी 2023 को पेट्रोलियम, कच्चे तेल और विमानन टरबाइन ईंधन पर विंडफॉल टैक्स में इजाफा किया है। वहीं नवंबर में इसमें कटौती की गई थी। सरकारी आदेश के अनुसार अब एक टन क्रूड ऑयल पर 17000 रुपये (20.55$) की जगह 2100 (25.38$) रुपये का टैक्स देना होगा। यह आदेश मंगलवार यानी आज से प्रभावी हो गई है। सरकार के इसके आलावा डीजल पर निर्यात टैक्स को 5 रुपये से बढ़कर 7.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। वहीं सरकार ने एटीएफ ATF पर विंडफॉल टैक्स को 1.5 रुपये से बढ़ाकर 4.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
क्या है विंडफॉल टैक्स?
जब किसी खास तरह या परिस्थितियों में कंपनियों को या फिर इंडस्ट्री को काफी लाभ होता है, तब विंडफॉल टैक्स लगाया जाता है। आसान शब्दों में कहे तो जब कंपनी को बिना मेहनत के बहुत फायदा होने लगता है तो, सरकार उस पर एक तरह का टैक्स लगाती है। क्योंकि ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल और पेट्रोल, डीजल, एटीएफ जैसे रिफाइनरी उत्पादों के दाम समय के साथ घटते-बढ़ते रहते हैं। विंडफॉल टैक्स का उद्देश्य घरेलू कच्चे तेल उत्पादकों द्वारा अर्जित अत्यधिक लाभ को अब्जॉर्ब करना है और इसे हर 15 दिन पर संशोधित किया जाता है।