वीर बाल दिवस : मुगलों ने गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों को जिंदा चुनवा दिया था, जानिए इतिहास

Veer Baal Diwas

Veer Baal Diwas

Veer Baal Diwas : देशभर में  आज से वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। 9 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) ने इस दिन को मनाने की घोषणा की थी। सिखों के दसवें  गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों के साहस को श्रद्धांजलि अर्पित करने के रूप में इस दिन को मनाने की शुरुआत गई हैं।

जानिए इतिहास

इतिहासकारों के मुताबिक वर्ष 1704 में औरंगज़ेब ने पंजाब के आनंदपुर साहिब पर कब्जा कर लिया था। कब्जे की वजह से पंजाब में खाद्य भंडार समाप्त होने लगा था। इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए सिखों के पास केवल एक ही रास्ता बचा था, कि वह आनंदपुर किले को छोड़ दें। मुगलों के इस आदेश को गुरु गोविंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने मान लिया था और सभी लोगों ने शहर छोड़ने का निश्चय किया। लेकिन मुगलों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा।

नवाब वजीर खान ने गुरु गोविंद सिंह (Guru Gobind Singh son’s) के बेटे जोरावर और फतेह को पकड़ लिया था और उन्हें बंदी बनाकर सरहिंद ले गये थे। वजीर खान ने उन पर दवाब बनाया कि वो इस्लाम को स्वीकार कर लें। लेकिन दोनों (Zorawar Singh Ji & Baba Fateh Singh Ji) ने ऐसा करने से मना कर दिया।

मुगल इससे बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने जोरावर और फतेह को जिंदा दीवार में चिनवाने का आदेश दिया। नवाब वजीर ने गुरु गोविंद सिंह के दोनों पुत्रों को जिंदा चिनवा दिया। बता दें कि जहां जोरावर और फतेह (Guru Gobind Singh son’s) को जिन्दा चिनवाया था, उस जगह को आज फतेहगढ़ साहिब के नाम से जाना जाता हैं।

Exit mobile version