बजरंग बली को कब, कहां और कैसे प्राप्त हुई अलौकिक शक्तियां, जानिए इसका राज

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Hanuman ji endless Power : हनुमना जी, भगवान राम के सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं। बजरंग बली को शिव जी का भी सबसे श्रेष्ठ अवतार माना जाता है। हिन्दू मान्यता के अनुसार, धरती पर भगवान हनुमान का जन्म राम जी की सेवा करने के साथ-साथ असुरों का सर्वनाश करने के लिए हुआ था। हनुमान जी को अपार शक्तियों के स्वामी और अलग-अलग व चमत्कारी शक्तियों के लिए भी जाना जाता हैं।

कैसे मिली अपार शक्तियां

पौराणिक कथाओं के अनुसार, बाल्यावस्था में हनुमान जी (Hanuman ji endless Power) सूरज को फल समझकर उसको खाने के लिए दौड़े थे। देवराज इंद्र ने जब बजरंगबली को सूरज की तरफ बढ़ते देखा तो वह डर गए और उन्होंने उनके मुख पर प्रहार किया। देवराज के प्रहार से उनका (Hanuman ji) जबड़ा टूट गया।

बचपन में हनुमान जी को मारुति नाम से जाना जाता था और जबड़े को हनु (Hanu) के नाम से जाना जाता था। इसलिए टूटे जबड़े की वजह से उनका नाम मारुति (Maruti) से हनुमान पड़ गया।

लेकिन देवराज इंद्र के प्रहार के कारण वायुदेव गुस्सा हो गए और उन्होंने समूचे संसार को वायु से मुक्त कर दिया। इसके बाद ब्रह्माजी ने अपने स्पर्श से हनुमान जी (Hanuman ji) को होश में लाया। साथ ही सभी देवताओं ने बजरंगबली को अनेक शक्तियां और आशीर्वाद दिया। इस तरह उन्हें अनंत शक्तियां मिली और वो सर्वशक्तिमान के देवता बन गए।

सभी देवताओं ने दी अनंत शक्तियां

सूर्यदेव ने बजरंगबली को अपने तेज का सौवां भाग और नौ विधाओं का ज्ञान दिया। कुबेर जी ने गदा भेंट किया। शिव जी ने वरदान दिया कि, उनकी किसी भी अस्त्र से मृत्यु नहीं होगी। माता सीता ने अमर होने का वरदान दिया। ब्रह्मा जी ने इच्छानुसार शरीर का आकार और गति बदलने का वरदान दिया। इस तरह सभी देवतागणों ने हनुमान जी (Hanuman ji endless Power) को वरदान, शक्तियां और आशीर्वाद दिया।

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