Khalnayak: जब ‘चोली के पीछे क्या है’ गाने पर मच गया था बवाल, बैन तक की हो गई थी मांग

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Khalnayak: माधुरी दीक्षित का फेमस डांस नंबर ‘चोली के पीछे क्या है’ तो आपने सुना ही होगा। आज इतने सालों बाद भी लोगों के ऊपर इस गाने का खुमार देखने को मिलता है। लोग इस गाने के लिरिक्स से लेकर डांस तक और म्यूजिक से लेकर कोरियोग्राफी तक को काफी पसंद करते हैं।

हालांकि क्या आप जानते हैं कि फिल्म रिलीज होने के बाद इस गाने पर विवाद मच गया था। यहां तक कि इसे बैन करने तक की मांग कर दी गई थी और ये मामला कोर्ट तक भी पहुंच गया था। हालांकि इसके बावजूद ये गाना उस समय के सबसे बड़े हिट गानों में से एक रहा। तो आइए जानते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी के बारे में –

दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने लगा दिया था गाने पर बैन

दरअसल, ये गाना जैकी श्रॉफ, संजय दत्त और माधुरी दीक्षित की फिल्म खलनायक का है, जो काफी बडी हिट साबित हुई थी। हालांकि बहुत कम लोग जानते होंगे कि अपने रिलीज के वक्त ये गाना विवादों में आ गया था। गाने के लिरिक्स से लोगों को काफी आपत्ति थी। उस वक्त लगभग 32 संगठनों ने गाने का विरोध किया था।

यहां तक कि दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने गाने पर बैन लगा दिया था। इतना ही नहीं बल्कि ‘खलनायक’ फिल्म की रिलीज रोकने के लिए दिल्ली की एक अदालत में अपील भी की गई थी। हालांकि कोर्ट ने ये कहते हुए मामला खारिज कर दिया कि गाने में ऐसा कुछ भी नहीं है कि जो आपत्तिजनक हो।

आनंद बख्शी ने किया था गाने का समर्थन

दरअसल, इस गाने के राइटर आनंद बख्शी ने इसके बोल पर सफाई दी थी। साल1993 में उन्होंने मृत्युंजय कुमार झा के साथ बातचीत के दौरान कहा था कि, ‘इस गाने में ऐसी क्या अश्लीलता है। ये एक राजस्थानी लोकगीत है।

ये शादियों में गाया जाता है। इस गाने का मतलब यही था कि आपके दिल में क्या है। अब वो दिल शर्ट के नीचे भी हो सकता है। आप ट्रेडिशनल पंजाबी गाने सुनिए। अगर उन्हें हिंदी में डिस्कस करते हैं, तो वो आपको अश्लील लग सकते हैं, लेकिन असल में ऐसा नहीं है।’

गाने को बताया गया था अश्लील और महिला विरोधी

गौरतलब है कि चोली के पीछे क्या है…गाना पूरे देश में फेमस हो गया था। हालांकि दिल्ली के रहने वाले वकील आर.पी. चुग को ये गाना पसंद नहीं आया। उन्होंने कोर्ट में गाने के खिलाफ अर्जी दायर की थी। उन्होंने अर्जी में कहा कि गाने के बोल भद्दे, अश्लील और महिला विरोधी हैं। उन्होंने कोर्ट से कहा कि गाने को सेंसर बोर्ड से कह कर तत्काल डिलीट करवानी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने मार्केट से इसके सभी कैसेट्स को वापस कराने का भी अनुरोध किया था। वहीं फिल्म के डायरेक्टर सुभाष घई ने भी इस गाने के प्लेसमेंट को सही ठहराया था।

साल का सबसे बड़ा हिट गाना

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उस समय में इस गाने को लेकर इतना विरोध हुआ कि लगभग 32 राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों ने इसे बैन करने की मांग की। हालांकि उसी वक्त एक हफ्ते में इसके एक करोड़ कैसेट बिक गए थे, जो उस समय तक एक रिकॉर्ड था।

बॉक्सऑफिस पर ‘खलनायक’ हुई थी बड़ी हिट

वहीं फिल्म की बात करें तो ‘खलनायक’ साल 1993 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। इस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म गोविंदा की ‘आंखें’ थी। हालांकि खलनायक फिल्म में संजय दत्त के किरदार ने उन्हें एक अलग ही पहचान दे दी। इस फिल्म में संजय दत्त के नेगेटिव किरदार को काफी पसंद किया गया था।

संजय दत्त उस वक्त तक काफी बड़े स्टार बन गए थे और इसीलिए उन्होंने इस फिल्म के लिए तकरीबन एक करोड़ की फीस ली थी, जो उस वक्त के हिसाब से काफी ज्यादा थी। हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि जिस साल ये फिल्म आई थी, उसी साल संजय का नाम मुंबई धमाकों में आया था और उन्हें इस केस में जेल भी जाना पड़ा था।

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