भूकंप से दहला तुर्की- सीरिया, मरने वालों की संख्या 100 के पार

turkey earthquake

तुर्की में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.8 आंकी गई है। भूकंप स्थानीय समय के मुताबिक, सुबह 04:17 बजे आया था। भूकंप का केंद्र गाजियांटेप के पास बताया जा रहा है। वही इस भूकंप की गहराई जमीन से 24.1 किलोमीटर अंदर थी। शक्तिशाली भूकंप के कारण तुर्की में भारी तबाही की आशंका जताई गई है। बताया जा रहा कि, इस भीषण भूकंप के कारण कई इमारतें गिरने से 100 लोगों से भी अधिक की मौत हो गई।

7.8 की तीव्रता के भूकंप में निगला कई लोगों को

तुर्की और सीरिया दोनों जगह सोमवार को भीषण भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसकी तीव्रता 7.8 आंकी गई है। वहीं यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (United States Geological Survey-USGS) के मुताबिक भूकंप जमीन से करीब 24.1 किलोमीटर (14.9 मील) की की गहराई पर आया है। इसका केंद्र तुर्की के गाजियांटेप प्रांत के नूरदागी से 23 किलोमीटर (14.2 मील) पूर्व में स्थित है। मिली जानकारी के मुताबिक, भूकंप से दक्षिण पूर्व तुर्की और सीरिया में भारी नुकसान हुआ है। कई इमारतें गिरने से अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। तुर्की में करीब 76 लोग इस आपदा में मारे गए, जबकि सीरिया में 42 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है।

34 इमारतें ढह कर तबाह

तुर्की में ये भूकंप स्थानीय समय के मुताबिक, सुबह 04:17 बजे आया। इस भीषण भूकंप के झटकों कारण तुर्की के ओस्मानिया में 34 इमारतें ढह गई। वहीं अब तक 70 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि, भूकंप के झटके लेबनान, सीरिया में भी महसूस किए गए है। वहीं सीरिया में अलेप्पो और हमा शहर में सबसे अधिक नुकसान होने का मामला सामने आया है।

सीरिया में भी भारी तबाही

दरअसल, तुर्की में आए भूकंप का असर सीरिया में भी देखा गया है। यहां भी भूकंप से भारी तबाही की खबर सामने आई है। कई इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। भूकंप उस समय आया जब लोग सो रहे रहे थे। इससे भारी तबाही की आशंका जताई गई है। सीरिया के अलेप्पो और हमा शहर में सबसे अधिक नुकसान होने का मामला सामने आया है। वहीं दमिश्क में भी भूकंप के झटकों के बाद लोग सड़को पर नजर आए है।स्थानिया लोगों के मुताबिक, 40 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। पुलिस फिलहाल राहत बचाव कार्य में लगी हुई है। बता दे कि, तुर्की की भौगोलिक स्थिति के कारण यहां अक्सर भूकंप आते रहते है। यहां 1999 में आए भूकंप में 18000 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अक्टूबर 2011 में आए भूकंप में 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

 

 

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