दक्षिण कोरिया : यहां उपर नहीं नीचे लगाई जाती है ट्रैफिक लाइट्स, कारण है खास

Traffic Lights

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South Korea : आज तक आपने जितनी बार भी ट्रैफिक लाइट्स को रास्ते में देखा होगा वह हमेशा ऊपर की और होती है जिसको देखने के लिए हमें आमतौर पर अपना सर उठाना पड़ता है। लेकिन आज हम आपको ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे है जहां ट्रैफिक लाइट्स ऊपर की ओर ना होकर रोड़ पे है। यानी नीचे की तरफ हैं। इसके पीछे की दिलचस्प वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। देखा जाएं तो दुनिया के हर कौने में आपको रोड पे ट्रैफिक लाइटस देखने को मिलती है पर आपने उन्हें हमेशा ऊपर की ओर देखा होगा। लेकिन दक्षिण कोरिया में ऐसा नहीं है। दक्षिण कोरिया एक ऐसा देश है जहां आपको ट्रैफिक लाइटस रोड़ पर नीचे की ओर देखने को मिलेगी।  इसके पीछे की वजह वहां के लोगो का फोन है। जैसे की आप जानते कुछ सालो से दुनिया में कई तरह के बदलाव आए है। सभी पुरानी चीजों को नई से रिप्लेस कर दिया गया है। इसकी वजह है हमरा बदल रहा लाइफस्टाइल।

 

उपर नहीं नीचे है यहां ट्रैफिक लाइट्स 

आज के समय में विश्व मोबाइल फोन से जुड़ गया है। लोग मिलने जुलने की बजाय फोन पर बात करना ज्यादा पसंद करते है। ये तकरीबन आपको हर जगह देखने को मिलेगा। वर्तमान में फिजिकल से ज्यादा डिजिटल दोस्तों का चलन हमें हर जगह देखने को मिल रहा है। इस डिजिटल दुनिया के ट्रेंड के कारण हर मिनट कितने ही लोग अपनी जान सें हाथ धो बैठते है। जिस कारण दक्षिण कोरिया की सरकार को अपने नागरीको के लिए कुछ जरूरी कदम को उठाने पड़े। कोरिया में चल रहा बरसों पुराना ट्रेंड अब बदल दिया गया है। वहां ट्रैफिक लाइट्स को ऊपर की ओर ना लगाकर पैरों के नीचे लगाया गया है ताकि यहां पैदल क्रॉसिंग करने वाले लोगों को फोन में लगे रहने के बाद भी रोड पर लगी ट्रैफिक लाइट्स दिखे जिससे सड़क दुर्घटनाओं में लगाम लगे। इस सिसटम को एक ट्रायल प्रोजेक्ट के अंतरगत सियोल के कुछ हिस्सों में जारी किया गया। ये अनोखा सिस्टम आपको दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में देखने को मिलेगा कि किस प्रकार से वहां के लोग रोड पर लगी ट्रैफिक लाइट्स को देख कर सड़क क्रास कर रहे है।

 

25 ज़िले में ये लाइट्स लगाई जा चुकी हैं

इतना ही नहीं आपको सड़क पर लाल और हरी रंग की LED लाइट्स दिखेंगी जो बिलकुल आम ट्रैफिक लाइट्स की तरह है। यह उन लोगों के लिए बहुत लाभदायक सिध्द हुआ है जो ज्य़ादातर फोन में व्यस्त रहते है।मोबाइल की वजह से बदल गई प्लेसिंग रिपोर्टस के मुताबिक पहली बार ये सिस्टम 2019 में प्रयोग में लाया गया था। इसे दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में सबसे पहले लाया गया अब इसे कोरिया में कई जगहों पे देखा जा सकता है। अब तक करीब सियोल के 25 ज़िले में ये लाइट्स लगाई जा चुकी हैं। इस सिस्टम के पीछे की मुख्य वजह यहां के पैदल क्रॉसिंग करने वाले लोगों के साथ हो रही दुर्घटनाएं थीं। ट्रैफिक लाइट का पैरों की तरफ होने के कारण वे मोबाइल देखते-देखते भी अब रोड़ सुरक्षित पार कर सकते है। जान ले कि कोरिया सरकार की ओर से एक अलर्ट सिस्टम भी जारी किया गया है, जिससे रोड क्रॉस कर रहे लोगों के फोन पर मैसेज भेजा जाता है। इस मैसेज में उन्हें ट्रैफिक लाइट से जुड़ी जानकारी दी जाती है।

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